जिम करने वालों को नहीं खाने चाहिए ये 10 फूड, स्‍टेमिना पर पड़ता है बुरा असर

कुछ खाद्य-पदार्थ ऐसे भी हैं जिन्हें खाने से हमारी इम्‍यूनिटी कम होती है और स्टैमिना भी घटने लगता है, चलिये जानें कौंन से हैं वे खाद्य जिनके सेवन से स्टैमिना पर असर पड़ता है।

Atul Modi
Written by:Atul ModiPublished at: May 23, 2018

स्टैमिना कम करने वाले आहार

स्टैमिना कम करने वाले आहार
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भोजन करना हमारे लिये जरूरी होता है, इससे हमे एनर्जी मिलती है। लेकिन कुछ खाद्य ऐसे भी होते हैं जिन्हें खाने से हमारी इम्‍यूनिटी कम होती है और स्टैमिना भी घटने लगता है। इम्‍यूनिटी कम होने पर वायरल इंफेक्‍शन जल्‍दी होते हैं और स्टैमिना भी वीक हो जाता है। तो चलिये जानें उनके बारे में।

डाईट और एनर्जी ड्रिंक

डाईट और एनर्जी ड्रिंक
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सॉफ्ट ड्रिंक पीने वाले लोगों को लगता है कि उनकी हेल्‍थ के लिए डाईट ड्रिंक कोई समस्या पैदा नीं करते हैं। लेकिन एक्‍सपर्ट बताते हैं कि इनका अधिक सेवन करने से स्टेमिना धीरे-धीरे गिरता है। खासतौर पर वर्काउट के समय तो इनसे बचकर ही रहें।

कैफीन और एल्‍कोहल

कैफीन और एल्‍कोहल
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कैफिन और एल्कोहॉल के सेवन से शरीर की इम्‍यूनिटी पर बुरा प्रभाव पड़ता है और स्टेमिना कम होता जाता है। इनके अधिक सेवन से आपके शरीर का दैनिक चक्र भी बिगड़ जाता है और एनर्जी लेवल गिरने लगता है। इसे भी पढ़ें: बिजी होने के कारण नहीं लगता वर्कआउट में मन, तो अपनाएं ये 5 तरीके

सफेद ब्रेड और चवाल

सफेद ब्रेड और चवाल
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सफेद ब्रेड, मैदा से मिलकर बनी होती है और इससे पाचन क्रिया गड़बड़ाती है। इसके सेलव से शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती है और ब्‍लड़ सुगर भी बढ़ता है, जो लाभप्रद नहीं होता है। इसे वर्कआउट करने के बाद तो बिल्कुल न खाएं। सफेद ब्रेड और फास्ट फूड में पॉलीडीमेटिल्सिलोक्सेन (Polydimethylsiloxane)  में पाया जाता है, जोकि सेहत के लिये हानिकारक होता है और स्टेमिना कम करता है। इसे भी पढ़ें: सुबह उठने से लेकर सोने तक करेंगी ये 10 काम तो हमेशा रहेंगी फिट और फाइन

कार्बोहाइड्रेट मुक्त आहार

कार्बोहाइड्रेट मुक्त आहार
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लो-नुट्रिएंट कार्बोहाइड्रेट चीजों जैसे कुकीज़ और प्रेट्ज़ेल को अपने डाइट प्लान में नियमित रूप से शामिल करना आपके स्टेमिना को कम कर सकता है। न्यूयॉर्क और हवाई के सर्टिफाइड नुट्रिशनिस्ट व मनोचिकित्सक जेनी गिबलिन के मुताबिक, लोगों में कार्ब्स के नुकसानदायक होने का मिथ है। इसलिये उन्हें बिल्कुल लेना बंद करने के बजाए सही कार्बोहाइड्रेट का चयन करना चाहिये।

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