आहार जो पिंपल का कारण हो सकते हैं
कई बार आप जो आहार लेते हैं वो पिंपल का कारण बन सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उन आहार के बारे में जानना जो पिंपल की समस्या को बढाते हैं।

क्या आप पिंपल की समस्या से परेशान हैं। कोई भी उपाय कारगर साबित नहीं हो रहा? क्या इसकी वजह आप अपने कॉस्मेटिक्स को मानती हैं? लेकिन, यह भी संभव है कि समस्या कहीं और हो। हो सकता है कि आपका आहार इसके लिए उत्तरदायी हो। आपके आहार में शामिल कुछ खाद्य पदार्थ भी पिंपल का कारण हो सकते हैं। हाल ही में हुए शोध में भी पिंपल और आहार के संबंधों पर चर्चा की गयी है। जानते हैं कि कौन से आहार पिंपल की समस्या बढ़ा सकते हैं।

चीज, आइसक्रीम, क्रीम सॉस पिंपल का कारण हो सकते हैं। डेयरी उत्पादों में कई तरह के पोषक तत्व और प्रोटीन होते हैं जो शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ा सकते हैं। इसके अधिक सेवन से शरीर में सीबम अधिक बनता है जिससे त्वचा तैलीय होती है और पिंपल की समस्या होती है। इसलिए आपको इन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिये।

जल्दी पचने वाले खाद्य पदार्थों में ख़ास तौर पर रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होता है जैसे कैंडी, कुकीज़ या व्हाइट ब्रेड। इन उत्पादों के सेवन से पिंपल होते हैं क्यों कि इनसे ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ती है और हार्मोंस में उतार चढ़ाव होता है।

कैफीन उत्पाद, जैसे चाय और कॉफी भी पिंपल का कारण बन सकते हैं। इसके कारण एड्रिनल ग्रंथि से स्ट्रेस हर्मोन का स्राव होता है जो कि त्वचा के लिए अच्छा नहीं हैं। कैफीन उत्पाद हमारी नींद पर भी विपरीत असर डालते हैं। और शरीर के उत्तकों की मरम्मत के लिए नींद बहुत जरूरी है।

चॉकलेट पिंपल पैदा करने वाले मुख्य कारणों में से एक है। चॉकलेट में डेयरी उत्पाद, रिफाइंड शुगर और कैफीन की अधिकता होती है और ये सब पिंपल पैदा करने वाले कारकों में से है। थोड़ी बहुत चॉकलेट खाने में कोई बुराई नहीं है लेकिन इसे आदत बनाना अच्छा नहीं है।

आयोडीन पिंपल पैदा होने की सम्भावना को बढ़ा देता है और झींगा, केकड़ा, क्रेफ़िश, सीप में आयोडीन की अधिकता होती है। इसलिए इनके अधिक सेवन से बचना चाहिए।

यह जानकर शायद आपको थोड़ी हैरानी हो लेकिन पालक जैसा पौष्टिक खाद्य पदार्थ भी नुकसान कर सकता है। इसमें आयोडीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए यदि पिंपल की समस्या से परेशान हैं, तो आपको पालक का सेवन नहीं करना चाहिये।

मीट, चिकन आदि का अधिक सेवन भी पिंपल का कारण हो सकता है। मीट से शरीर का पीएच भी अपने सामान्य लेवल से अधिक बढ़ भी जाता है और यह जलन पैदा करता है। जानवरों में कई स्वास्थ्यगत समस्यायें भी होती हैं, जिनका असर हमारे शरीर पर पड़ता है।

यदि आपको मुंहासे हैं तो तेज मसालेदार चीजों के सेवन से ये बढ़ सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तेज मिर्च वाले खाने से शरीर का तापमान बढ़ता है और ये त्वचा में जलन पैदा करते हैं और मुंहासे पैदा करते हैं। हां, अगर आपको मुंहासे नहीं हैं तो आप स्वाद के लिए कभी*कभार मसालेदार भोजन कर सकती हैं।

जब आप शराब का सेवन करते हैं तो शरीर में निर्जलीकरण होता है इससे त्वचा की नमी उद्द जाती है और आप मुहासों का शिकार हो सकते हैं।
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