आहार जो बनते हैं 'मैनबूब्स' का कारण
पुरुषों में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन के असन्तुलन के कारण ब्रेस्ट के ऊतकों में सूजन आ जाती है, इसे ही गाइनीकोमेस्टिया कहते हैं, कुछ आहार का सेवन इस भी समस्या के लिए जिम्मेदार होता है, ऐसे आहारों का सेवन करने से बचें।

पुरुषों को बाइसेप्स और चौड़े कंधे अच्छे लगते हैं लेकिन कुछ पुरुषों के चेस्ट अजीब तरह से दिखने लगते हैं। इस तरह के पुरुषों की चेस्ट महिला के ब्रेस्ट की तरह दिखती है। पुरुषों में चेस्ट के टिशुओं की इस सूजन को गाइनिकोमेस्टिया कहते हैं और आमतौर पर यह समस्या एस्ट्रोजेन के उच्च स्तर के कारण होता है। हालांकि इस समस्या से बचने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं, तो आइए शुरुआत इन आहार को न खाकर करते हैं।
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अधिकांश डिब्बाबंद आहार खासकर चिकन सूप फ्थैलेट्स में होता है। फ्थैलेट्स में प्लास्टिक के तत्व होते है जो लगभग एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं, इसलिए यह गाइनिकोमेस्टिया के खतरे को बढ़ा देता है। पर्यावरण कार्य समूह द्वारा डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ पर किए एक ताजा अध्ययन के अनुसार, डिब्बाबंद चिकन सूप, शिशु फार्मूला, रैवियोली, सेम और ट्यूना में फ्थैलेट्स उच्चतम स्तर में पाया जाता है।
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आहार पर कीटानाशकों के उपयोग में वृद्धि भी गाइनिकोमेस्टिया से संबद्ध होती है। औसतन, एक व्यक्ति हर दिन भोजन के माध्यम से 10 से 13 विभिन्न प्रकार के कीटनाशाकों के संपर्क में आता है। और ज्यादातर कीटनाशकों को एंडोक्राइन में गड़बड़ करने के लिए किया जाता है, जिससे वह महिला और पुरुषों के हार्मोंन को प्रभावित करते हैं। समुद्री आहार जैसे झींगा और मछली कीटनाशकों के साथ दूषित होता है, जिससे गाइनिकोमेस्टिया का जोखिम बढ़ा जाता है।
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बिना छिले खाये जाने वाले बहुत से फल जैसे बेरीज में उच्च स्तर का एस्ट्रोजन मिमिक कीटनाशकों को उच्च स्तर के साथ दूषित होते हैं। इसलिए फल जैसे स्ट्रॉबेरी, आडू, सेब, चेरी और केल से मैनबूब्स की समस्या होने लगती है।
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सुपरमार्केट में मीट और चीज को कवर करने के लिए रैप्स का इस्तेमाल किया जाता है। जो आमतौर पर पॉलीविनयल क्लोराइड (पीवीसी) से बनते है, और हार्मोनल परिवर्तन को तेज करने का काम करते हैं। इसलिए कोशिश करें कि लोकल शॉप से ताजा मीट खरीदें और भूरे रंग के कागज में लपेटे।
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ज्यादातर पानी की बोतल पॉली कार्बोनेट से बनती है। अगर आप इस बात से सुनिश्चित नहीं हैं कि आपकी बोतल सुरक्षित है या नहीं, तो बोतल के नीचे जांच करें। अगर आपको बोतल के नीचे # 7 दिखें तो समझ लें कि आपकी बोतल पॉली कार्बोंनेट से बनी है। हार्वर्ड के एक अध्ययन के अनुसार, इस तरह की बोतलों में एक सप्ताह पानी पीने से भी BPA का स्तर लगभग 70 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
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डिब्बाबंद आहार में आमतौर पर फैटी एसिड बहुत अधिक मात्रा में होता है, और साथ ही इसमें कीटनाशकों की कुछ राशि भी होती है। जिससे मैनबूब्स की समस्या होने लगती है। इसलिए डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से बचें और ताजा और आर्गेंनिक खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
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फैटी एसिड से भरपूर आहार में कीटनाशक और फ्थैलेट्स होता है, जो आमतौर पर मैनबूब्स की समस्या से जुड़ा होता है। लेकिन आपका भोजन एक और तरीके से भी मैनबूब्स की समस्या को बढ़ा सकता है। यानी यह आहार मोटापे का कारण बन गाइनिकोमेस्टिया की समस्या में योगदान देता है।
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