ब्रीदिंग एक्सरसाइज

वजन घटाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। शरीर को सुंदर व स्वस्थ बनाने के लिए हम घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। अगर दिन में रोज 5 मिनट की डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर लें तो शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जा सकता है। ये शरीर को फिट बनाने के साथ ही कई तरह की बीमारियों से भी बचा सकती हैं। आइए जानते हैं, ऐसी ही कुछ एक्सरसाइज के बारे में।
कपालभाति

कपालभाति प्राणायाम में सिद्घासन, वज्रासन और पद्मासन में बैठा जाता है। इस प्राणायाम को आप रोज 5-10 मिनट तक करेंगे तो पेट नहीं निकलेगा और वजन कम करने में भी मदद मिलेगी। इससे चेहरे की झुर्रियां कम होती हैं, डार्क सर्कल्स नहीं पड़ते, साथ ही दांतों और बालों की समस्याओं में भी यह क्रिया लाभकारी है। इससे मन में सकारात्मक विचार पनपते हैं।
अनुलोम-विलोम

किसी भी उम्र में अनुलोम-विलोम को किया जा सकता है। इस प्राणायाम को करने के लिए जमीन पर योग मैट बिछा लें और सुविधानुसार किसी भी मुद्रा में बैठ जाएं। अब दायें हाथ के अगूंठे से दायीं नाक के छिद्र को बंद करें और नाक के बायें छिद्र से सांस को अंदर भरें। अब बायीं नासिका को अंगूठे की बगल वाली दो उंगलियों से दबा लें। बाद में दायीं नाक के अंगूठे को हटा दें और सांस बाहर छोड़ें। इसके बाद दायीं नासिका से ही सांस अंदर लें और फिर इसे बंद कर बायीं नासिका खोलकर 8 तक गिनती करते हुए सांस बाहर छोड़ें। शुरुआत में इसे 3 मिनट करें और फिर इसे बढ़ाते हुए 10 मिनट तक रोजाना करें।
भस्रिका

भस्रिका प्राणायाम में पद्मासन में बैठ कर दोनों हाथों से घुटनों को दबाकर रखें। इससे शरीर एकदम सीधा बना रहता है। सांस छोड़ते समय झटके के साथ नाभि पर थोड़ा दबाव पड़ता है। थकान लगने तक इस प्राणायाम को करते रहना चाहिए। इसके बाद दायें हाथ से बायें नाक के छिद्रों को बंद कर दायीं नासिका से ज्यादा से ज्यादा सांस भीतर भरें और फिर इसे धीरे-धीरे छोड़ें। दिल के मरीजों को यह प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार करने से शरीर के सभी हिस्सों की एक्सरसाइज हो जाती है इसलिए इसे पूर्ण व्यायाम भी कहा जाता है। सूर्य उगते समय उसकी ओर मुंह करके सूर्य नमस्कार से लाभ होता है। ऊर्जा के साथ ही इसे करने से विटमिन डी मिलता है। वजन और मोटापा कम करने में यह काफी असरदार साबित होता है। शुरुआत में इसे 5 मिनट तक ही करें, धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 15 मिनट तक कर सकते हैं।
भ्रामरी

भ्रामरी प्राणायाम को कभी भी लेटकर ट्राई न करें। इसे करने का आसान तरीका है कि किसी भी आसन में बैठकर दोनों हाथों की अनामिका उंगली से अपनी नाक के दोनों छिद्रों को हलका सा दबाएं। अपनी तर्जनी को कपाल पर, मध्यमा को आंखों पर, छोटी उंगली को होंठ पर रखते हुए अगूंठे से दोनों कानों के छिद्रों को बंद करें। अब सांस को धीरे-धीरे खींचे और थोड़ी देर रुकें। अब आवाज करते हुए नाक के छिद्रों से सांस बाहर निकालें। सांस को छोड़ते समय अनामिका उंगुली से नाक के छिद्रों को हलका सा दबाएं।