वर्कआउट के बाद ब्रेस्ट दर्द को इन 5 तरीकों से दूर करें महिलायें
वर्कआउट के बाद महिलाओं के ब्रेस्ट में दर्द की शिकायत हो सकती है, इस दर्द को दूर करना मुश्किल काम नहीं है, इस स्लाइडशो में ब्रेस्ट के दर्द को दूर करने के सामान्य तरीकों के बारे में पढ़ें।

सेहत को दुरुस्त रखने के लिए नियमित वर्कआउट बहुत जरूरी है। लेकिन महिलाओं के साथ वर्कआउट के बाद कुछ समस्या भी होती है और वर्कआउट के बाद उनको ब्रेस्ट पेन यानी स्तनों में दर्द की शिकायत होती है। वर्कआउट करने वाली हर तीन में से एक महिला पोस्ट–वर्कआउट पेन से ग्रस्त है खासकर दौड़ने या दूसरे हाई इंटेसिटी वाले वर्कआउट के बाद। फिटनेस एक्सपर्ट की मानें तो इसके लिए महिलाओं के ब्रेस्ट का आकार भी जिम्मेदार होता है साथ ही कपड़े भी इसको प्रभावित करते हैं। अगर आप भी इस दर्द से ग्रस्त हैं तो ये स्लाइडशो आपके लिए बहुत काम का है।

अगर महिला ने सही ब्रा का चुनाव नहीं किया है तो उसे न सिर्फ वर्कआउट के दौरान बल्कि सामान्य स्थिति में भी समस्या हो सकती है। इसलिए वर्कआउट के दौरान सही ब्रा का चुनाव करना बहुत जरूरी है। याद रखें ब्रेस्ट महिला के शरीर का वह हिस्सा होता है जो केवल मांसपेशियों से बना है और वर्कआउट के दौरान वह हर दिशा में मूव करता है। इसके कारण दबाव बढ़ता है और दर्द होता है। इसलिए वर्कआउट के दौरान स्पोर्ट्स ब्रा का प्रयोग करें। इसके अलावा सही साइज की ब्रा का भी ध्यान रखें। इस तरह की ब्रा ब्रेस्ट को अधिक मूवमेंट से बचाती है, ऐसे में दर्द की संभावना कम हो जाती है।

अगर आपको वर्कआउट के बाद ब्रा में दर्द की समस्या हो रही है तो अपने खानपान पर ध्यान दें। अधिक वसा युक्त और प्रोसेस्ड फूड या जंक फूड दर्द को और बदतर कर सकते हैं, इसलिए इनका सेवन वर्कआउट के बाद बिलकुल न करें। वर्कआउट के तुरंत बाद कॉफी का सेवन न करें। वर्कआउट के बाद फाइबर युक्त आहार का सेवन करें, इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

महिलायें अक्सर ब्रा में दर्द के कारण वर्कआउट करना बंद कर देती हैं, जो कि गलत है। अगर वर्कआउट के बाद ब्रा में दर्द हो रहा है तो वर्कआउट से पहले थोड़ी सी चेस्ट की स्ट्रेंचिंग करें। इससे सीने की मांसपेशियां मजबूत होंगी। इसके अलावा अगर आपको दर्द हो रहा हो तो हल्के भार वाले डंबेल से थोड़ी देर व्यायाम करें, दर्द से राहत मिलेगी। इसके अलावा डंबेल से सीने की मांसपेशियां और सीना मजबूत होगा।

महिलाओं में इस बात का मिथक होता है कि वे पीरियड के दौरान व्यायाम नहीं कर सकती हैं। यह गलत अवधारणा है। कुछ बातों का ध्यान रखा जाये तो पीरियड के दौरान भी व्यायाम करना मुश्किल काम नहीं है। इन दिनों विटामिन सी युक्त आहार जैसे – संतरा, मौसंबी, आदि का अधिक सेवन करें, इससे दर्द नहीं होगा। इसके साथ ही ये फूड आपको एनर्जेटिक भी रखेंगे।

अगर आपको वर्कआउट के बाद ऐसा दर्द हो जो बर्दाश्त न किया जा सके, तो इसे कम करने के लिए आप आइस पैक का प्रयोग कर सकती हैं। आइस को सीधे प्रयोग करने की बजाय किसी कपड़े में रखकर प्रयोग करें। इससे दर्द कम हो जायेगा। इन तरीकों को आजमाने के बाद भी अगर यह दर्द लगातार बना रहता है तो एक बार चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
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