उबटन है मददगार

आमतौर पर घर के बड़े-बुजुर्ग बाल हटाने के लिए पारंपरिक घरेलू उपचार आजमाने का सुझाव देते हैं, जो कि काफी मददगार होता है। कुछ लोग मानते हैं कि बेसन और हल्दी से बना उबटन या फिर आटे, कच्चे दूध और गुलाब जल का लेप भी रोएं हटाने में मदद करता है। हालांकि ये घरेलू नुस्‍खे काफी प्रचलित हैं। लेकिन इसका बैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसमें यह ध्यान रखने की जरूरत है कि कच्चे दूध में ई-कॉली और साल्मोनेला जैसे जीवाणु हो सकते हैं, जो कि आपके शिशु को दस्त (डायरिया) और पेचिश जैसी बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
ऑलिव ऑयल है खास

ऑलिव ऑयल नवजात शिशु की त्‍वचा और उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने में बहुत ही खास भूमिका अदा करता है, लेकिन इसकी एक और खूबी है। यदि नवजात शिशु को प्रतिदिन सुबह और शाम ऑलिव ऑयल की मालिस की जाए तो चेहरे और शरीर के रोएं को कम किया जा सकता है। यह त्‍वचा की सुंदरता के लिए भी खास है।
गेहूं और चने का आटा

जिन आटों की हम घर में रोटियां बनाकर खाते हैं, उनका प्रयोग नवजात शिशु के शरीर के रोंए हटाने में कर सकते हैं। इसके लिए गेहूं और चने का आटा को बराबर मात्रा में पानी के साथ पेस्‍ट बना लें, इसके बाद उसे शिशु की त्‍वचा पर हल्‍के हाथों से धीरे-धीरे रगड़ें। जन्‍म के एक से चार महीनों के बीच इसका फायदा दिखने लगेगा।
मसूर की दाल और बदाम का पेस्ट

अपने नवजात शिशुओं की त्‍वचा के रोएं हटाने के लिए एक बहुत ही आसान तरीका है। मसूर की दाल और बदाम का पेस्‍ट बेहतर विकल्‍प साबित हो सकता है। इसके लिए दाल और बादाम को बराबर मात्रा में दूध के साथ पेस्‍ट बना लें, इसके बाद उसे शिशु को मालिश कर सकती हैं। इन घरेलू उपायों के बाद भी अगर त्‍वचा के काले और बड़े बालों से निजात नही मिल रहा है तो इसके लिए डॉक्‍टर की सलाह जरूरी है।
चिरौंजी है गुणकारी

नवजात शिशु की त्‍वचा से रोएं हटाने के लिए चिरौंजी बहुत ही गुणकारी होता है। एक कप चिरौंजी को रात में सोने से पहले पानी में भिगो दें। सुबह तक चिरौंजी फूल जाएगी, जिसे मिक्‍सर से पीस लें। इसके बाद हल्‍के हाथों से अपने शिशु के शरीर पर लगाएं। प्रतिदिन करने से थोड़े ही दिनों में इसका लाभ दिखने लगेगा।