खसरा की बीमारी

खसरा एक तरह की वायरल बीमारी है जो सर्दी और वसंत ऋतु में ज्‍यादा फैलती है। इस कारण इन मौसम में खसरा फैलने का ज्यादा डर होता है। बीमार व्यक्ति के छींकने से इस बीमारी के फैलने का डर होता है। इस कारण घर में किसी एक को खसरा होने से अन्य सदस्य को भी खसरा होने के चांसेस होते हैं। यह बीमारी खासकर बच्चों को होती है लेकिन ये बड़ों में भी फैलती है। इससे बचने के लिए बच्चों को बचपन में ही खसरे का टीका लगवा दें। खसरे के लक्षणों में लाल रंग के चकत्‍ते, आंखों से पानी आना, कफ, सर्दी-खांसी शामिल है। इसमें खूब तेज बुखार होता है। आइए जानें इससे बचने के रामबाण इलाज।
नीम की पत्तियां

खसरा के लिए नीम की पत्‍तियों से बेहतर इलाज कोई नहीं होगा। यह एंटीसेप्‍टिक और एंटीवायरल होता है। पानी में इसकी पत्‍तियों को डालकर गर्म करें और उस पानी से निलहाएं। मरीज के बिस्तर में भी नीम की पत्तियां बिछा दें। इससे खसरे की खुजली से आराम मिलता है और रैशेज ठीक हो जाते हैं।
मुलेठी है रामबाण

खसरे की बीमारी में मुलेठी रामबाण उपचार है। मुलेठी के जड़ों का पावडर शहद के साथ मिलाकर बीमार व्यक्ति को समय-समय पर आधा-आधा चम्मच करके खिलाएं। मरीज को फायदा होगा।
इमली का बीज और हल्दी

खसरे से बीमार व्यक्ति को इमली के बीज के पावडर में हल्दी बराबर मात्रा में मिलाकर खिलाएं। रोजाना मरीज को 350 ग्राम से 425 ग्राम ये मिश्रण खिलाने से रोगी की बीमारी में तुरंत फर्क देखने को मिलेगा।
लहसुन और शहद

घर में पड़ी लहसुन खसरा के लिए काफी कारगार दवा मानी जाती है। लहसुन को शहद के साथ पीस कर रोजाना मरीज को खिलायें। कुछ ही दिनों में असर दिखना शुरू होगा।