ब्रोकोली

ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाईड्रेट, आयरन, विटामिन ए और सी, क्रोमियम भारी मात्रा में पाया जाता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और इंसुलिन से ब्लड शुगर का स्तर सामान्य होता है। इसके अलावा इसमें फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्‍सीडेंट भी पाया जाता है, जो अन्य बिमारियों और इंफेक्‍शन से लड़ने में सहायक होता है। इसमें काफी कम कैलोरी पाया जाता है, जिसमें फाइबर होता है। जो आपको स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के अनुसंधान के अनुसार वजन कम करने में आपकी मदद करेगा।
दालचीनी

दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप दालचीनी का दूध के साथ सेवन करते हैं तो आपको कितने फायदे होंगे। साथ ही दालचीनी के साथ शहद मिलाकर खाने से दिल की बीमारियां, कोलेस्ट्रॉल, त्वचा रोग, सर्दी जुकाम, पेट की बीमारियों के लिए फायदेमंद है। एक अमेरिकी अध्ययन में कहा गया है कि दालचीनी शरीर में इंसुलिन प्रतिक्रिया को बढाने में मदद कर सकती है, जिससे आपके पेट में फैट इकठ्ठा नहीं हो पाएगा।
मशरूम

यह एक लो कैलोरी फूड है जो कि आपके पेट को भरता है और मासपेशियों को बनाता है। मशरूम में फाइबर पर्याप्‍त मात्रा में मौजूद होता है। इसके अलावा इसमें विटमिन बी1, बी2, बी12, सी, डी और ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा मिनरल्‍स जैसे जिंग या सेलेनियम के कंटेंट भी होते हैं। कैलोरी और फैट कम होते हैं। साथ ही साथ यह बीटाग्‍लूकैन्‍स का अच्‍छा स्‍त्रोत है। इसके अलावा मशरूम में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं।
शकरकंद

शकरकंद ऐसे खाद्य पदार्थों में से एक जिसमें कैलोरी और स्टार्च औसत मात्रा में होता है। शकरकंद में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्‍ट्रॉल बिल्‍कुल भी नहीं होता है और यह आहार फाइबर, एंटी ऑक्‍सीडेंट, विटामिन और मिनरल का समृद्ध स्रोत है। शकरकंद को खाने से शरीर में फैट जमा नहीं हो पाता। यह आलू की तरह से इंसुलिन लेवल को तुरंत नहीं बढावा देता।
अखरोट

पेन स्टेट यूनिवर्सिटी से शोध के अनुसार, अखरोट फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और असंतृप्त फैटी एसिड में उच्च होते हैं, जो सभी ब्लड प्रेशर और तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। अखरोट हड्डियों को स्वस्थ और मज़बूत रखने का एक उत्तम तरीका है। अखरोट खाने से हड्डियाँ खनिजों का अवशोषण अच्छे से कर पाती है और मूत्र के माध्यम से कैल्शियम की बर्बादी भी कम होती है। यह हड्डियों में सूजन व प्रज्वलन को भी कम करता है और हड्डियों से संबंधित बीमारियों को बहुत हद तक कम कर देता है।