हींग का प्रयोग

हींग दांतों में कीड़े और दर्द की समस्या को आसानी से ठीक कर सकती है। इसके लिए एक ग्लास पानी में दो चुटकी हींग और चार चुटकी सेंधा नमक डालकर उबाल लें। अब इस पानी को हल्का गुनगुना होने दें। गुनगुना होने के बाद इस पानी से कई बार कुल्ला कीजिए। कुल्ला करने के दौरान पानी को मुंह में 2-3 मिनट तक भरकर रखिए। इससे 10 मिनट में ही आपको दांतो के कीड़ों से राहत मिल जाएगी।
लौंग

आयुर्वेद में लौंग के बहुत सारे फायदे बताए गए हैं। दांतों से जुड़े हर मर्ज की दवा है लौंग। दांतों में कीड़ों की समस्या है तो 2-3 लौंग को बारीक पीस लें और फिर इसके पाउडर को कीड़े लगे दांतों पर छिड़क लें या दांतों में इसके चूर्ण को दबा लें। अब मुंह को बंद कर लें और लार बनने दें। इस लार को मुंह में 5 मिनट तक रोके रखें फिर उगल कर नार्मल पानी या गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इसके अलावा लौंग के तेल में रूई भिगाकर कीड़े वाले दांत पर लगाने से भी कीड़े खत्म हो जाते हैं।
लहसुन

लहसुन में बहुत सारे गुण होते हैं। ये एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-बायोटिक गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा लहसुन दर्द से भी राहत दिलाता है। दांतों में कीड़ा लग जाने पर लहसुन की 1-2 कली को उसी दांत से चबाएं जिसमें कीड़े लगे हों। इसके रस से कीड़े मर जाएंगे और दर्द ठीक हो जाएगा। आप चाहें तो लहसुन को पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर भी दांत में लगा सकते हैं। इसे भी पढ़ें:- सुबह खाली पेट पीएं प्याज की चाय, कब्ज से मिलेगा हाथों हाथ छुटकारा
सरसों का तेल

सरसों के तेल में कई औषधीय गुण होते हैं। इस तेल से दांतों के कीड़ों के साथ-साथ दर्द और दांतों का पीलापन भी दूर हो जाता है। कीड़े लगने पर दो चुटकी सेंधा नमक में तीन-चार बूंद सरसों का तेल डालकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को कीड़े वाले दांत के नीचे दबाएं। इससे दांतों के दर्द में राहत मिलेगी और कीड़े मर जाएंगे। अगर आप रोजाना सरसों और सेंधा नमक के इस पेस्ट से मंजन करते हैं तो आपको दांतों से संबंधित रोग कभी भी नहीं होंगे।
नीम का दातुन

नीम में ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं। इसके एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण नीम को बैक्टीरिया, फंगस और कीटाणुओं का दुश्मन समझा जाता है। दांतों में कीड़े लग गए हैं तो नीम की पतली टहनी या छाल से दातुन करने से ये कीड़े खत्म हो जाते हैं। इससे दांत मजबूत बनते हैं और दांतों का दर्द भी आसानी से ठीक हो जाता है। इसके अलावा नीम से दातुन करने से सांसों की दुर्गंध से भी राहत मिलती है।