बर्फ की सिंकाई

अगर चींटी, मधुमक्खी, बर्र या किसी अन्य कीट के काटने से आपकी स्किन लाल हो जाती है या उस पर सूजन होती है तो आप उस जगह को बर्फ से तुरंत मलें। इससे जलन कम होगी और सूजन भी नहीं होगी। एक तौलिये में कुछ बर्फ के टुकड़े लें तथा कीड़े या कीट के काटे हुए भाग पर 20 मिनट तक रखें। इसकी ठंडक से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाएंगी तथा दर्द और खुजली का अहसास नहीं होगा।
टूथपेस्ट

यदि आपको किसी चींटी, मधुमक्‍खी या ततैया ने काटा हो, तो आप घर में मौजूद टूथपेस्ट तुरंत काटे हुए स्थान पर गला लें। टूथपेस्ट में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं इसलिए ये दर्द और सूजन को कम करता है। इसमें मौजूद मिंट आपके जलन को तुरंत ठीक करती है।
तुलसी की पत्तियां रगड़ें

चींटी मच्छर, मधुमक्खी या अन्य कीड़ों के काटने पर होने वाली खुजली, जलन और सूजन को कम करने के लिए प्रभावित जगह पर तुलसी की पत्तियां लगाएं। इसके लिए कुछ ताज़े तुलसी के पत्तों को मसलें और 10 मिनट तक प्रभावित त्वचा पर मलें। इससे जलन की समस्या ठीक हो जाएगी और इंफेक्शन नहीं फैलेगा।
शहद भी है फायदेमंद

कीड़ों के काटने पर तत्‍काल राहत पाने के लिए शहद एक बहुत ही बढि़या उपाय है। शहद में मौजूद एंजाइम जहर को बेअसर करने में मदद करते हैं और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है। साथ ही यह दर्द और खुजली को कम करने में मदद करता है। कीड़े के डंक वाले हिस्‍से में शहद को अच्‍छे से लगाकर छोड़ दें। इसका ठंडा और सुखदायक प्रभाव डंक के लक्षणों को काफी हद तक कम कर देता है। या आप शहद को एक चम्‍मच हल्‍दी में मिलाकर पेस्‍ट बनाकर प्रभावित हिस्‍से पर लगायें। इस उपाय को दिन में दो बार करें।
बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा भी कीड़ों के काटने पर एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है। बेकिंग सोडा की क्षारीय प्रकृति कीड़ों के डंक को बेअसर करने में मदद करती है। यह दर्द और खुजली से तत्काल राहत प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन, दर्द और लालिमा को कम करने में मदद करता है। समस्‍या होने पर एक चम्‍मच बेकिंग सोडा लेकर उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्‍ट बना लें। फिर इस पेस्‍ट को प्रभावित हिस्‍से पर 5 से 10 मिनट के लिए लगा लें। दस मिनट के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें। अगर जरूरत हो तो इस उपाय को कुछ ही घंटों के बाद दोहराये।