सेवन की मात्रा

दही खाने से वजन घटता है लेकिन ज्यादा दही खाने से वजन घटने के बजाय बढता है। इसलिए इसे नियमित मात्रा में खाएं। दिन में एक छोटी कटोरी दही का सेवन आपके शरीर की कई जरुरतों को पूरा कर सकती है। साथ ही इसकी कैलोरी का भी ट्रैक ऱखना जरूरी होता है। अगर एक पैकेट दही में 100 कैलोरी के साथ केवल 6 ग्राम प्रोटीन मौजूद हैं, तब इससे आपको कोई फायदा नहीं होगा। ऐसी स्थिति में आप ज्यादा कैलोरी तथा 12 से 15 ग्राम प्रोटीन वाले दही के पैकेट को चुनें ताकि इसके सेवन से आपका पेट भरा रहे। वजन घटाते वक्त आपको केवल कैलोरी पर ही नहीं बल्कि कुछ और बातों पर भी गौर करने की जरुरत है।Image Source-Getty
अन्य चीजो के साथ मिलाकर खाना

फल व दही को मिलाकर खाने से आपको ऐसिडिटी हो सकती है। इसलिए आप दही को किस रुप में खाना चाहते हैं इसका निश्चय करना बहुत जरुरी है। अगर आप दही को नाश्ते के रुप में खाना पसंद करते हैं तो इसमें जई व मेवों को मिलाकर खाएं। अगर आप केवल अपनी भूख को मिटाने के लिए दही खाना चाहते हैं तब इसमें केवल कुछ मेवे डालकर खाएं। इस तरह आपके शरीर को कैल्शियम के साथ प्रोटीन भी मिलेगा। Image Source-Getty
फैट-फ्री दही का सेवन करना

एक डेयरी उत्पाद होने के नाते दही में कुछ हद तक मिठास होती है। लेकिन पैकेट में आने वाले दही के स्वाद को बढाने के लिए उसमें चीनी मिलाई जाता है। ऐसे दही को ना खरीदे जिसमें चीनी की मात्रा 18 ग्राम से ज्यादा हो या लेबल पर चीनी सबसे ऊपरी स्थान पर हो। फैट-फ्री दही का सेवन केवल उसके स्वाद के लिए किया जाता है। अगर आपको फैट-फ्री दही का स्वाद पसंद है तब सामग्री की सूची मे प्रोटीन व चीनी की मात्रा पर भी जरुर ध्यान दें। Image Source-Getty
डेजर्ट के साथ ना लें

योगर्ट पार्लर पर मिलने वाली कई चीजों में दही को ड्रेस-अप के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। दही का ये रुप आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इन पार्लरों पर अधिक फैटवाले दही का इस्तेमाल होता है, जो आमतौर पर ग्रेनोला के साथ पैक हुआ होता है। अतः अन्जाने में आप इस तरह के दही का सेवन अधिक मात्रा में कर सकते हैं। अपनी भूख को मिटाने के लिए आप इस दही के बजाय घर में बने दही का सेवन करें।Image Source-Getty
प्रोबायोटिक्स की जरूरत

प्रोबायोटिक्स सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसके सेवन में भी सावधानी रखना बहुत जरूरी होता है। प्रोबायोटिक्स के लाभ को पाने के लिए आपको अपने आहार में अधिक से अधिक दही को शामिल करने की जरुरत नहीं है।डार्क चॉकलेट्स और प्रोबायोटिक से भरपूर आइसक्रीम, केफिर या केवड़ा (बकरी के दूध और केफिर अनाज से बने किण्वित उत्पाद), नमकीन पानी में संग्रहित जैतून आदि से भी इसकी आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है।Image Source-Getty