कहीं आपको डायबिटीज तो नहीं
डायबिटीज के लक्षणों का पर्याप्त ज्ञान आपको मधुमेह के बारे में सटीक जानकारी दे सकता हैं। आइए आगे जानें इससे जुड़े कुछ लक्षणों के बारे में।

डायबिटीज एक क्रोनिक डिजीज है और इसके लक्षण छोटी बीमारियों की तरह आम होते है। इससे संबंधित लक्षण दिखाई देने पर भी यह कहना मुश्किल है कि आपको डायबिटीज है। डायबिटीज के लक्षणों का पर्याप्त ज्ञान आपको मधुमेह के बारे में सटीक जानकारी दे सकता हैं। आइए आगे जानें इससे जुड़े कुछ लक्षणों के बारे में।

थोड़ी-थोड़ी देर में प्यास लगना हाई ब्लड शुगर के स्तर का एक आम प्रकार है। हाई ग्लूकोस स्तर के साथ लोगों को अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्यास लगती है। हालांकि यह प्रमुख लक्षण नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से मधुमेह की तरफ इशारा कर सकता है।

मधुमेह में बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है। जब शरीर में ज्यादा मात्रा में शुगर इकट्ठा हो जाता है तो यह पेशाब के रास्ते से बाहर निकलता है। इसी कारण मधुमेह रोगी को बार-बार पेशाब की शिकायत शुरू हो जाती है। रात में बार-बार पेशाब जाना भी हाई ग्लूकोज लेवल का अन्य लक्षण है। अगर आप लगातार कई दिनों तक रात में उठकर बार-बार पेशाब जाते हैं तो आपको चिकित्सक की सलाह के साथ ही ब्लड शुगर चेक करानी चाहिए।

मधुमेह का आम लक्षण अचानक से वजन का कम होना है। डायबिटीज की शुरूआत में अचानक वजन तेजी से कम होने लगता है। हालांकि यह भी माना जाता है कि वजन का कम होना क्रमिक हो सकता है। जरूरी नहीं कि आपको डायबिटीज की समस्या हो। फिर भी यदि आपके साथ ऐसा हो तो इसे गंभीरता से लें।

डायबिटीज के शुरूआती दिनों में रोगी को पूरे दिन थकान महसूस होती है। भरपूर नींद लेने पर भी सुबह को उठने पर ऐसा लगता है कि नींद पूरी नहीं हुई है और थकान महसूस होती है। इससे यह साफ होता है कि ब्लड में शुगर का लेवल लगातार बढ़ रहा है।

टाइप 1 डायबिटीज में टाइप 2 के मुकाबले शरीर द्वारा इन्सुलिन का अकुशल उत्पादन शामिल है। टाइप 1 डायबिटीज में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षणों के साथ और भी कुछ लक्षण होते हैं। इन लक्षणों से आपको यह पता करने में आसानी होती हैं कि आपको डायबिटीज है या नहीं।

योनि या लिंग के आसपास खुजली या नियमित बाउट, संभवत: मधुमेह के कारण हो सकती है। इन समस्याओं से गुजर रहे व्यक्ति को जल्द ही चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

मधुमेह दूरदृष्टि के कारण रेटिना में कोशिकाओं को प्रभावित करता है। यह लक्षण लगभग उन सभी लोगों में होते हैं जिनमें हाई ब्लड शुगर की पुष्टि हो जाती है। डायबिटीज अपनी शुरूआत से ही आंखों पर असर डालना शुरू कर देती है। डायबिटीज के शुरू होने पर इसके रोगी की आंखों की रोशनी कम होने लगती है और धुंधला दिखाई देने लगता है। किसी भी वस्तु को देखने के लिए उसे आंखों पर अपेक्षाकृत ज्यादा जोर डालना पड़ता है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।