डाइटिंग क्या है

कई लोगों को यह बात नहीं पता है कि डाइटिंग सचमुच होती क्या है? कुछ लोग अपनी आंखों को बंद करके अपने वजन को कम करने के बारे में सोचते हैं। जिससे आपका वजन कम होने के बजाय बढ़ने लगता है। आपको बता दें कि वजन को कम करने के बजाय आपको ऐसा करने से शरीर में सुस्ती, थकान, जलन और अधिक भूख लगना शुरू हो सकती है।
धीमा मेटाबॉलिज्म

जब आप एक चरम डाइट पर हो तो आप कैलोरी की मात्रा काफी कम लेती हैं, जब आपके शरीर को ईंधन यानि कि खाद्य पदार्थ नहीं मिलेगा, तो ऐसे में आपका शरीर सही ढंग से काम नहीं कर पाएगा और आप सुस्त लगने लगेंगे। धीमे मेटाबॉलिज्‍म के कारण कम खाना खाने से भी आपका वजन बढ़ सकता है।
डाइजेशन का बिगड़ना

एक उचित पाचन ना केवल पाचक रस पर निर्भर करता है, बल्कि यह उस खाने पर भी निर्भर होता है, जिसका सेवन हम रोजाना करते हैं। अलग-अलग खाद्य वस्तुओं से मिलने वाले एसिड और फाइबर ही नहीं बल्कि यह हमारे शरीर के अपशिष्ट पदार्थ को भी बाहर निकालने में मदद करता है। एसिड और फाइबर की कमी के कारण, पाचन प्रक्रिया में काफी परेशानी आ सकती है, इससे कब्ज और पेट में सूजन भी हो सकती है।
विटामिन और मिनरल की कमी

एक बेहतरीन डाइट पर अगर आप रहना चाहती हैं तो ऐसे में आपको हर तरह के पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए, ताकि आप स्वस्थ और फिट रहें। अपनी डाइट में से कार्बोहाइड्रेट और फैट के सेवन को कम करने से आपको स्वास्थ्य से संबंधित कई तरह की समस्या हो सकती है।
ब्लड शूगर

अगर आप निश्चित रूप से डाइटिंग कर रहीं हैं तो आप कार्बोहाइड्रेट खाने का सेवन नहीं कर रही होंगी और ऐसे में आप कम से कम चीनी का सेवन करती होंगी। लेकिन क्या आप जानती हैं कि हमारे शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट कितना जरूरी होता है। यह हमारे शरीर को एनर्जी देता है। इसका सेवन ना करने से हमारे शरीर में थकान और कमजोरी आ जाती है, जिस कारण हम कोई काम नहीं कर पाते हैं।