क्या है फोलिक एसिड

फोलिक एसिड को विटामिन बी-9 या फोलासीन और फोलेट के नाम से भी जाना जाता है। ये विटामिन बी-9 के जल-घुल्य रूप हैं। यह स्वाभाविक रूप से दालों और हरी सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में फोलेट के रूप में होता है। लाल रक्त कोशिकाओं और डीएनए का उत्पादन करने के लिए आपके शरीर को फोलिक एसिड की जरूरत है। पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित करने के लिए ये जरूरी है। फोलिक एसिड ब्रेन, नर्वस सिस्‍टम और रीढ़ की हड्डी में तरल पदार्थ के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। यह स्पायीना बिफिडा (spina bifida) जैसे न्यूरल ट्यूब (NTD) जन्म दोषों की रोकथाम करता है। गर्भावस्था में इसका प्रयोग गर्भपात के खतरे को कम करता है |
गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड की जरूरत

गर्भावस्था में फोलिक एसिड की कमी जैसी समस्या आम होती है। इसकी वजह से बच्चे की रीढ़ की हड्डी में विकार उत्पन्न हो सकते हैं। साथ ही मस्तिष्क के सामान्य विकास पर भी असर पड़ सकता है, इसलिए गर्भावस्‍था में शिशु के विकास के लिए फोलिक एसिड की जरूरत होती है। लेकिन एक गर्भवती के लिए केवल संतुलित आहार का सेवन करके पर्याप्त फोलिक एसिड पाना कठिन होता है क्‍योंकि आहार में फोलिक एसिड की कमी होती है और इस विटामिन से प्रचुर मात्रा में युक्त भोजन खाना मुश्किल होता है। इसलिए डॉक्‍टर गर्भावस्‍था में फोलिक एसिड के सप्लीमेंट लेने की सलाह देते है।
फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत

फोलिक एसिड सप्लीमेंटों के अलावा उन विभिन्न तरह के व्यंजनों को अपने आहार में शामिल करें ताकि इसकी पूरी मात्रा मिल सकें। इन खाद्य पदार्थों में अन्य पोषक तत्व भी हैं जो आपको और आपके बच्चे के लिए ज़रूरी हैं। फोलिक एसिड के प्रमुख प्राकृति स्रोतों में हरी पत्‍तेदार सब्जियां, फलियां, बीज, अंडा, अनाज और खट्टे फल शामिल है। हरी पत्‍तेदार सब्जियों में पालक, शलजम का साग, अजमोद और शतावरी शामिल है। दाल, बींस और फलियां में पिंटो सेम, काले सेम, राजमा और किडनी बींस शामिल है। इसके अलावा फूलगोभी, ब्रोकली, पपीता और स्‍ट्रॉबेरी भी फोलिक एसिड का स्रोत है।
फोलिक एसिड की कमी के लक्षण

एनीमिया सही विकास न होनाथकान एवं कमजोरीदस्तभूख न लगनावजन में कमीजीभ का कड़वापन, सिरदर्दघबराहट और चिड़चिड़ापन आदि
गर्भावस्था में फोलिक एसिड की मात्रा

मां बनने की इच्छुक महिलाओं को प्रतिदिन 400 मिक्रोग्राम और गर्भवास्‍था की पहली तिमाही के दौरान प्रतिदिन 600 मिक्रोग्राम फोलिक एसिड के सेवन की सलाह दी जाती है। साथ ही उन्हें और फोलेट से परिपूर्ण आहार खाना चाहिए। ऐसा करने से जन्मदोष और गर्भपात होने का जोखिम कम हो जाता है। मां बनने का मन बनाने से ही फोलिक एसिड लेना शुरू कर देना चाहिए। गर्भधारण करने से तीन महीने पहले फोलिक एसिड की खुराक को शुरू करना सबसे अच्छा है। अगर आप स्‍तनपान कराती हैं, तो आपको फोलिक एसिड 500 मिक्रोग्राम प्रतिदिन लेना चाहिये।Image Source : Getty