पैसा बचाने के रचनात्मक उपाय
पैसा बचाने का अर्थ कंजूसी नहीं होता। इसका अर्थ होता है सही जगह पर जरूरत के मुताबिक पैसा खर्च करना। अगर आप छोटी-छोटी बातों को खयाल में रखकर थोड़ा-थोड़ा पैसा ही बचा लेते हैं, तो यही छोटी रकम आगे चलकर बड़ी बन जाती है।

ओशो ने कहा था कि यह दुनिया एक शरीर है तो पैसा इसमें बहने वाला रक्त। और यह बात सही भी है। असल में पैसा बना ही खर्च करने के लिए है। लेकिन, फिजूलखर्च और जरूरत के हिसाब से खर्च करने में अंतर होता है। समझदारी से पैसा खर्च कर आप अपने लिए काफी बचत कर सकते हैं।

अपना बैंक चुनते समय अगर आप जरा सी सावधानी बरतें, तो काफी पैसे बचा सकते हैं। ऐसा बैंक चुनें जिसमें खर्च कम लगता हो। जिसमें एटीएम फीस न हो। जमा राशि पर ब्याज दर ज्यादा हो। आमतौर पर छोटे बैंक अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधायें देते हैं। आप अपने बैंक से इन सुविधाओं के बारे में पूछ सकते हैं।

अपने बैंक अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी रखें। नजर रखिये कि कहीं आपका बैंक कोई अतिरिक्त चार्ज तो नहीं लगा रहा है। अपने मौजूदा बैलेंस पर नजर रखें और देखें कि कहीं आप बेकार चीजों पर तो रकम नहीं खर्च कर रहे।

अच्छी नींद लें, अच्छा भोजन करें, व्यायाम करें। यदि आप स्वस्थ रहेंगे तो आप अच्छा काम करेंगे। साथ ही स्वास्थ्य पर खर्च होने वाली बेकार की रकम से भी बचेंगे।

सिगरेट, अल्कोहल और अन्य महंगी आदतों को छोड़ दें। इन चीजों पर न केवल आप अतिरिक्त धन खर्च करते हैं, बल्कि साथ ही इनसे आपकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। आपको यकीन न हो तो सोचकर देखिये कि यदि आप दिन में पचास से सौ रुपये भी सिर्फ सिगरेट पर खर्च करते हैं, तो साल भर में यह रकम कितनी बैठेगी। और ऊपर से स्वास्थ्य को होने वाला नुकसान अलग।

आपको यह फिजूलखर्च लग सकता है, लेकिन वास्तव में यह ऐसा नहीं है। कभी-कभार अपने लिए ऐसी चीजें खरीदें जिनकी आपको जरूरत नहीं है। कभी-कभार ऐसा करने से शॉपिंग की आपकी ललक भी शांत रहेगी और साथ ही इकट्ठा बहुत सारा पैसा एक दिन में खर्च करने से भी बचेंगे।

अपने घरेलू सामानों को साफ रखें। उनमें छोटी-मोटी खराबियों को ठीक करवा लें। जरा सी खराबी आने पर उन्हें फेंककर नया लेकर आना समझदारी नहीं कही जाएगी। यदि आप घरेलू सामानों की सही देखभाल करेंगे तो वे लंबे चलेंगे और आपके पैसे भी बचेंगे।

इसका गणित सीधा है। ऊर्जा की कम खपत यानी पैसों की कम बचत। अगर आपका फ्रिज अच्छा काम कर रहा है, तो उसे फेंककर नया लेकर आना ठीक नहीं। लेकिन, आप अगर नया फ्रिज लेने की योजना बना रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप ऐसा फ्रिज चुनें जो ऊर्जा की खपत कम करता हो। आप सामान्य बल्ब के स्थान पर सीएफएल या एलईडी लाइटों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

थैंक्यू नोट्स लेकर बर्थडे कार्ड तक अगर आप खुद ही बना सकें तो बात ही क्या है। ऐसा करके आप न केवल भावनात्मक रूप से अच्छा महसूस करते हैं, बल्कि इससे आपके पैसों की भी बचत होती है। इससे आपकी रचनात्मकता भी बढ़ती है। वहीं अगर आप बाजार से कार्ड खरीदें तो उसमें पैसे भी खर्च होते हैं।

ऐसे कपड़े खरीदने से बचें जिन पर ' केवल ड्राई क्लीन' लिखा हो। ऐसे कपड़ों को संभालकर रखना मुश्किल होता है। इन पर आपका काफी धन खर्च हो जाता है। आपको ऐसे कपड़े खरीदना चाहिये जिन्हें धोना और साफ करना आसान हो।

आप वॉक पर निकले हैं, तो अपना पर्स घर ही छोड़ जाएं। यदि आप इन परिस्थितियों में अपना पर्स घर ही छोड़ जाएंगे, तो आप कॉफी पीने या किसी बेकार के सामान पर पैसे खर्च करने से बचेंगे।

अगर आपको किसी सामान की अभी फौरन जरूरत नहीं है, तो उसके लिए सेल का इंतजार करें। सेल में आपको ज्यादा सामान कम कीमत पर मिल सकता है। ऐसे ही कपड़े खरीदने के लिए आप सीजन खत्म होने का इंतजार कर सकते हैं। इसके साथ ही बेहतर रहेगा अगर आप इकट्ठी खरीदारी करें। अपनी पसंदीदा चीजों को बल्क में खरीदना बुरा नहीं।
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