भारत में गर्भवती महिलाओं को दी जाती है ये अजीब सलाह
आज भी अंधविश्वास पर लोग आंख खोलकर भरोसा करते हैं। ऐसी ही अजीब और अनहेल्दी मशवरे गर्भवती महिलाओं को भी दिये जाते हैं, जो महिला के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं हैं।

भारतीय संस्कृति सबसे प्राचीन संस्कृतियों में से एक है। लेकिन 21वीं सदी में पहुंचने और विज्ञान के साथ तकनीक का बोलबाला होने के बावजूद भी भारतीयों का अंधविश्वास पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है और आज भी वे अंधविश्वास पर आंख खोलकर भरोसा करते हैं। ऐसी ही अजीब और अनहेल्दी मशवरे गर्भवती महिलाओं को भी दिये जाते हैं, जो महिला के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं हैं साथ ही इससे बच्चे का सही तरीके से विकास भी नहीं हो पाता। आज हम भारत में प्रचलित उन अजीब सलाहों के बारे में यहां चर्चा करेंगे।

अक्सर गर्भवती को सलाह दी जाती है कि वह 3 महीने तक अपनी गर्भावस्था के बारे में किसी को न बताये। ऐसा करने से आप अपने बच्चे को अन्य लोगों की बुरी नजर से बचा सकते हैं क्योंकि इस खबर के बारे में जानकर वह खुशी या दुख या फिर ईर्ष्या या रोमांचित महसूस कर सकते हैं।

गर्भवती महिलाओं को अच्छे और स्वस्थ बच्चा पाना के लिए सामान्य रूप से ज्यादा खाना खाने की सलाह दी जाती है। यानी की एक गर्भवती को गर्भावस्था के दौरान दो लोगों के लिए खाना चाहिए।

हमें इस बात का पूरी तरह यकीन है कि आपने इससे पहले भी यह सुना ही होगा। अक्सर गर्भवती को कहा जाता है कि गर्भावस्था के दौरान कार में सीट बेल्ट को नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि माना जाता है कि कार में सीट बेल्ट लगाने से गर्भ के अंदर बच्चे का दम घुट सकता है।

आपको गोरा बच्चा पैदा करने के लिए सुबह सफेद रंग का खाना खाने के लिए कहा जाता है। ओफ्फ, यह उससे तो अच्छा ही है कि आपको गोरा बच्चा पाने के लिए पेट पर फेयरनेस क्रीम लगाने के लिए नहीं कहा जा रहा है।

कुछ अंधविश्वासी लोग का तो यह भी मानना है कि गर्भावस्था के दौरान बाल कटवाने से, डिलीवरी के बाद आपके बाल बहुत ज्यादा झड़ने लगते है या बाल बहुत ज्यादा पतले हो जाते हैं
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।