एलर्जी से जुड़े मिथ

स्वास्थ्य को लेकर लोगों में कई तरह की मान्यतायें और अपने तरीके भी होते हैं। लेकिन कई ऐसी मान्‍यतायें होती हैं जो सिर्फ किसी मिथ से कम नहीं हैं। लेकिन इन मिथ के बारे में आपको जानकारी ऱखनी जरूरी है वरना ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। आपने स्वास्थ्य से जुड़े इन गलतफहमियों के बारे में जानें और स्वास्थ्य पर उनके प्रभावों को भी जानें।Image Source-Getty
दूध से नहीं है दमा या मुंहासों का संबंध

हालांकि दूध से एलर्जी रखने वाले बच्चों में भविष्य में दमा की आशंका ज्यादा रहती है, लेकिन फिर भी इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि डेयरी उत्पादों का प्रयोग करने से दमा होता ही हो। विज्ञान से ऐसे भी कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि दूध का मुहांसों से कोई संबंध हो। दूध तो विटामिन ए और डी का स्रोत है, जो त्वचा को खूबसूरत बनाने में मददगार होता है।Image Source-Getty
अस्थमा के मरीज नहीं खा सकते खट्टा और सामान्य ठंडा

अस्थमा के मरीज को खट्टा और सामान्य ठंडा नहीं खाना चाहिए, यह मिथ है। आमतौर पर एलर्जी के शिकार जल्दी बनते हैं। इसलिए इन्हें उन चीजों से दूर रहने की सलाह दी जाती है, जिनसे एलर्जी हो सकती हैं, जैसे कि अंडा, मछली या तीखी महक वाली चीजें। हालांकि हर किसी की एलर्जी हो, यह जरूरी नहीं है। इसलिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि अस्थमा के मरीजों के स्वास्थ्य के ऐसे कौन से आहार उपयोगी है जिससे उनका स्वास्थ्य सकारात्मक रूप से प्रभावित हो सके।Image Source-Getty
डायबिटीज के रोगी भी कर सकते है मीठे का सेवन

डायबिटीज के लिए यह माना जाता है, कि इसके रोगियों को मीठी चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। लेकिन हकीकत यह है, कि कभी-कभी मीठी चीजें खाने में कोई हर्ज नहीं है। बल्कि ऐसा डेजर्ट खाना चाहिए, जिसमें फायबर की मात्रा ज्यादा हो, और ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम हो। Image Source-Getty
जंकफूड से नहीं होते है मुंहासे

कुछ लोगों को लगता है, कि चॉकलेट या फ्रेंच फ्राइज जैसे जंक फूड का सेवन करने से मुहांसों की समस्या पैदा होती है। लेकिन डर्मेटोलॉजिस्ट का मानना है, कि किसी भी प्रकार के फूड का मुहांसों से सीधा संबंध नहीं होता। डाइट में अत्यधि‍क तली हुई चीजें खाने से त्वचा की तैलीय ग्रंथि‍यां सक्रिय हो सकती है, जिससे मुहांसे होते हैं। हां, हेल्दी डायट लेने से त्वचा स्वस्थ एवं सुंदर जरूर बनती है।Image Source-Getty