अपने चिकित्सा संबंधी लक्षणों की करें जांच
अनिमित दिनचर्या और खानपान में पौष्टिकता की कमी के कारण हमारे शरीरे में कई प्रकार की बीमारियां होने लगती हैं, इसलिए इनके लक्षणों के आधार पर इनकी जांच अवश्य करें।

शरीर बीमारियों का भंडार है और व्यक्ति हमेशा किसी न किसी समस्या से ग्रस्त रहता ही है, यह समस्या सामान्य और घातक दोनों तरह की हो सकती है। जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहते हैं उनके लिए स्थिति खतरनाक हो सकती है, क्योंकि व्यायाम न करने के कारण भी कई समस्यायें होने लगती हैं। यह समूस्या बच्चों, बड़ों और उम्रदराज लोगों में अलग-अलग हो सकती है। दर्द, गले में खराश, त्वचा में चकत्ते पड़ना, आदि समस्याओं के कारण को जानने की कोशिश जरूर करें।
image source - getty images

पेट में कई कारणों से दर्द हो सकता है। अगर आपके पेट में अक्सर दर्द बना रहता है तो इसे हल्के में न लें। कभी-कभी होने वाला दर्द, रोज होने वाला दर्द, हमेशा दर्द का बना रहना जैसी स्थितियां हो सकती हैं। गरिष्ठ भोजन के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है। इसके अलावा पेट का अल्सर होना, पेट में गैस बनना, फूड प्वॉइजनिंग, किड्नी स्टोन के कारण भी पेट में दर्द की समस्या हो सकती है।
image source - getty images

सबसे पहले यह देखिये कि आपके सीने में किस प्रकार का दर्द हो रहा है। अचानक से दर्द होता है, हल्का दर्द होता है, बहुत तेज दर्द होता है, दर्द के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। सीने का दर्द कब-कब बढ़ता है, खाने के बाद, सोते वक्त, तनाव के समय, आदि की जांच करें। सामान्यतया दिल संबंधित समस्या होने के कारण सीने में दर्द होता है। इसकी जांच करें और समस्या गंभीर होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।
image source - getty images

अगर आपको अक्सर मतली या उल्टी की शिकायत रहती है तो यह भी एक समस्या की तरह है। सबसे पहले इसके कारणों का पता लगायें, शराब पीने के बाद, कुछ प्रकार के आहार के सेवन के बाद, तनाव के समय या फिर यात्रा के सयम उल्टी होती है। उल्टी होने के साथ कुछ समस्यायें भी हो सकती हैं, जैसे - सीने में दर्द, निगलने में समस्या आदि। फूड एलर्ली, फूड प्वॉइजनिंग, पेप्टिक अल्सर, तनाव, पेट की समस्या के कारण मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है।
image source - getty images

अगर आपको अक्सर चक्कर आता है तो इसे भी हल्के में न लें। इसके कारणों का पता लगायें, क्या ये कभी-कभी होता है, चक्कर तुरंत आता है या फिर इससे पहले कुछ अन्य समस्या होती है। चक्कर आने के साथ कहीं आपको तनाव, बुखार, सीने में दर्द, सिर में दर्द, पसीना आना जैसी समस्यायें भी तो नहीं हैं। सामान्यतया चक्कर आने की समस्या, स्ट्रोक, कानों में संक्रमण, माइग्रेन, आदि के कारण भी हो सकती है।
image source - getty images

तनाव और अवसाद के साथ-साथ लगातार काम करने और सुबह के वक्त व्यायाम न करने के कारण हेडेक यानी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। सबसे पहले इसके लक्षणों को जानने की कोशिश करें, यह देखें कि सिरदर्द हल्का होता है या असहनीय होता है। इसके आने के समय का भी पता करें और यह भी देखें कि कहीं अनिद्रा, हैंगओवर जैसी समस्यायें इसके लिए जिम्मेदार तो नहीं। यह भी देखें कि यह कम समय के लिए होता है या घंटों बना रहता है। माइग्रेन, मेनिंजाइटिस, साइनस, ब्रेन ट्यूमर आदि बीमारियों के कारण भी यह हो सकता है।
image source - getty images

घंटों कम्प्यूटर पर काम करने के अलावा चमचमाती मोबाइल स्क्रीन की तेज रोशनी लोगों की आंखों की समस्या को बढ़ा रही है। अगर आपको देखने में परेशानी हो रही है तो इसकी जांच करें, कहीं आपकी आंखों की रोशनी कम तो नहीं हो गई। सबसे पहले यह देखें कि देखने की समस्या एक ही आंख में है या दोनों में, सुबह के वक्त अधिक समस्या होती है या रात में। कैटरैक्ट, ड्राई मैकुलर डीजेनेरेशन, ग्लूकोमा, रेटिनल डिटैचमेंट के कारण यह समस्या हो सकती है।
image source - getty images

गले में खराश होना सामान्य बात हो सकती है लेकिन अगर यह लगातार बनी रहे तो एक समस्या की तरह है। गले में खराश के कारण खांसी, निगलने में समस्या, सिरदर्द, बुखार, सीने में जलन जैसी समस्या होती है। अगर आपके गले में टांसिल की समस्या है तो यह भी खराश का कारण बनता है। फ्लू, इंफ्लुएंजा, सूखी खांसी, कोल्ड के कारण गले में खराश की समस्या हो सकती है।
image source - getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।