क्या वाकई एक्सरसाइज पहुंचा सकती है दिल को नुकसान
कोई भी चीज़ अगर ज़रूरत से ज्यादा की जाए तो वो हानिकारक ही होती है। यही बात एक्सरसाइज पर भी लागू होती है। जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपके दिल को नुकसान पहुंच सकता है।

कोई भी चीज़ अगर ज़रूरत से ज्यादा की जाए तो वो हानिकारक ही होती है। यही बात एक्सरसाइज पर भी लागू होती है। जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपके दिल को नुकसान पहुंच सकता है। प्लस वन नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक ज्यादा एक्सरसाइज करने से कुछ लोगों में दिल को नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ जाती है। शारीरिक क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करने से रक्तचाप के स्तर में तेज़ बढ़ोत्तरी होती है जो हृदयाघात के जोखिम को बढ़ा चलिये जाने सकता है। चलिये जानें ज़रूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने के क्या नुकसान होते हैं।
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मायो क्लिनिक प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने से दिल को स्थायी रूप से नुकसान पहुंच सकता है। कनास शहर में मौजूद मिड अमेरिका हार्ट इंस्टीच्यूट आफ सेंट ल्युक हास्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ और अध्ययन के प्रमुख डॉ. जेम्स ओ’कीफी के अनुसार रेगुलर की जाने वाली शारीरिक गतिविधियां हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और मोटापा जैसे कई रोगों से बचाव व इसके इलाज में सहायक होती हैं। लेकिन ब हुत ज्यादा समय तक की जाने वाली शारीरिक गतिविधियां हृदय में परिवर्तन कर देती है और हृदय का आकार बड़ा कर देती हैं। जोकि हृदय के लिए अच्छा नहीं होता है। बार-बार इस प्रक्रिया को दोहराने से दिल के लिए जोखिम और बढ़ जाता है और उनकी मुख्य धमनी के साथ-साथ सभी निलयों के काम करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है, जिस कारण दिल की ताल अनियमित होने लगती है और अचानक दिल के दौरे से मौत होने का जोखिम बढ़ जाता है।
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अध्ययन के प्रमुख ओ’कीफी के मुताबिक शारीरिक व्यायाम कोई दवा नहीं है लेकिन यह एक शक्तिशाली फर्माकोलाजिक एजेंट की तरह काम करता है। फर्माकोलाजिकल एजेंट की सुरक्षित खुराक फायदेमंद तो मानी जाती है, लेकिन इसकी अधिक खुराक से कई नुकसान भी होते हैं। उसी तरह मस्कुलोस्कलेटल ट्रामा और कार्डियोवैस्कुलर स्ट्रेस जैसे बॉडी वर्कआउट के कई प्रतिकूल प्रभाव भी हो सकते हैं। गौरतलब है कि इसी साल तेज धावक मिकाह ट्रू, जिन्हें कैबालो ब्लांको के नाम से भी जाना जाता है, की 58 साल की उम्र में एरीथमिया की वजह से मृत्यु हो गयी। उनकी मेडिकल रिपोर्ट में पाया गया कि उनके हृदय में एक निशान था और उनका हृदय भी बड़ा हो गया था जिसके कारण एरीथमिया से उनकी मौत हुई।
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अच्छे प्रशिक्षक की देख-रेख में रनिंग या अन्य ट्रेनिंग का प्रशिक्षण नहीं लेने वाले लोगों में एरीथमिया सहित अन्य हृदय रोगों का जोखिम बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि एथलीटों को रोजाना एक घंटे की ही इंटेंस ट्रेनिंग करनी चाहिये। लेकिन अगर वे लाइट एक्सरसाइज कर रहे हैं तो इस सत्र को थोड़ा लंबा भी किया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें नियमित रूप से अपने हृदय की जांच भी कराते रहना चाहिये।
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कई अन्य अध्ययनों में पाया गया कि सामान्य से इंटेंस ट्रेनिंग हृदय रोग या मधुमेह के खतरे को बढ़ा देती है। हालांकि अधिकतर लोगों में रगुलर एक्सरसाइज के फायदों को भी नकारा नहीं जा सकता है। रोज़ाना एक्सरसाइज किसी भी व्यक्ति के जीवन को सात साल तक बढ़ा देती है। इसके अलावा रगुलर एक्सरसाइज करने वाले लोग लंबे समय तक छरहरे और स्वस्थ भी रहते हैं। शोधकर्ता ओ’कीफी के अनुसार यदि नियमित रूप से एक्सरसाइज की जाए तो इससे अच्छी चीज और कोई नहीं हो सकती है। लेकिन बहुत ज्यादा एक्सरसाइज हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिये अच्छी नहीं है। रोजाना 30 से 60 मिनट की एक्सरसाइज कर आप सबसे ज्यदा फायदे पा सकते हैं।
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