बच्चों को इस तरह खिलाएं अजवाइन, पेट के सभी रोग होंगे दूर

भारतीय खानपान में अजवाइन का प्रयोग सदियों से होता आया है। अजवाइन पाचक, रुचिकारक, तीक्ष्ण, गर्म, चटपटी, कड़वी और पित्तवर्द्धक होती है। पाचक औषधियों में इसका बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचन को दुरुस्त रखती है। यह कफ, पेट तथा छाती का दर्द और कृमि रोग में फायदेमंद होती है। साथ ही हिचकी, जी मचलाना, डकार, बदहजमी, मूत्र का रुकना और पथरी आदि बीमारी में भी लाभप्रद होती है।

बंद नाक या सर्दी जुकाम होने पर अजवाइन को दरदरा कूट कर महीन कपड़े में बांधकर सूंघें। सर्दी में ठंड लगने पर थोड़ी-सी अजावाइन को अच्छी तरह चबाएं और चबाने के बाद पानी के साथ निगल लें। ठंड से राहत मिलेगी।

पीरियड्स में होने वाले दर्द का कम करने के लिए इसका उपयोग अच्छा रहता है। 15 से 30 दिनों तक भोजन के बाद या बीच में गुनगुने पानी के साथ अजवायन का सेवन करने से दर्द कम हो जाता है।

अजवाइन मोटापे कम करने में भी उपयोगी होती है। रात में एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान कर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीने से लाभ होता है। इसके नियमित सेवन से मोटापा कम होता है।

गर्भावस्था के दौरान अजवाइन का सेवन करना महिलाओं के लिए फायदेमंदह होता है। इससे न केवल ब्लड साफ रहता है बल्कि पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को संचालित भी करता है। डिलिवरी के बाद भी अजावइन का पानी पीना महिलाओं के लिए अच्छा रहता है।

पेट में कीड़े हैं तो काले नमक के साथ अजवाइन खाएं। पेट खराब होने पर अजवाइन को चबाकर खाएं और एक कप गर्म पानी पीएं। लीवर की परेशानी है तो 3 ग्राम अजवाइन और आधा ग्राम नमक भोजन के बाद लेने से काफी लाभ होगा। पाचन तंत्र में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर मट्ठे के साथ अजवाइन लें, आराम मिलेगा।

मुंह से दुर्गध आने पर थोड़ी सी अजवाइन को पानी में उबाल लें। इस पानी से दिन में दो से तीन बार कुल्ला करने पर मुंह की दुर्गंध समाप्त हो जाती है।

अजवाइन का सेवन करना खांसी में भी बहुत लाभकारी होता है। खांसी होने पर अजवाइन के रस में दो चुटकी काला नमक मिलाकर उसका सेवन करें और उसके बाद गर्म पानी पी लें। इससे आपकी खांसी ठीक हो जाएगी।

मसूड़ों में सूजन होने पर अजवाइन के तेल की कुछ बूंदों को गुनगुने पानी में डालकर कुल्ला करने से सूजन कम होती है। अजवाइन से बना मंजन मसूढ़ों से जुड़ी सभी बीमारियों को दूर करता हैं। इसको बनाने के लिए अजवाइन को भूनकर व पीसकर मंजन बना लें।

गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए अजवाइन के चूर्ण की पोटली बनाकर सेकें। इससे दर्द में आराम पहुंचता है। साथ सरसों के तेल में अजवाइन डाल कर गर्म करें। इससे जोड़ों की मालिश करने पर दर्द से आराम मिलेगा। गठिया रोग को ठीक करने के लिए अजवाइन का रस आधा कप और आधा चम्मच पिसी सोंठ पानी मिलाकर लें।

बच्चों के पेट में कीड़े होने पर अजवाइन खिलाने से कीड़े मर जाते हैं। इसके लिए लगभग आधा ग्राम अजावइन के चूर्ण में इसी के बराबर मात्रा में कालानमक मिलाकर सोते समय गुनगुने पानी से बच्चों को देना चाहिए।
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