हाथ-पैर में खुजली होने का कारण

हाथ या पैर में खुजली की समस्या काफी परेशान करने वाली होती है। लगातार खुजली के कारण कई बार रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी आती है और किसी काम में ध्यान लगाना भी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा लंबे समय तक खुजाते रहने से त्वचा कट-फट सकती है और खून भी निकल सकता है, जिससे इंफेक्शन और दूसरे खतरे बने रहते हैं। अगर खुजली रात में हो तो व्यक्ति को नींद आना मुश्किल हो सकता है। ज्यादातर खुजलियां रात के समय तेज हो जाती हैं। अगर आप भी ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो जानें हाथ-पैर में खुजली होने के आम कारण।
सोरायसिस (Psoriasis)

सोरायसिस एक प्रकार का त्वचा इंफेक्शन है, जिसमें त्वचा के ऊपर लाल पैचेज उभर आते हैं और कई बार सफेद पपड़ी भी उखड़ने लगती है। आमतौर पर सोरायसिस तब होता है जब त्वचा कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं तथा फिर ये त्वचा की सतह पर जमा हो जाती हैं। लंबे समय तक रहने वाला ये विकार आमतौर पर वंशानुगत होता है तथा यह आपको पहले से इस बीमारी से पीड़ित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है। इसके लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट यानी त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
एक्जिमा (Eczema)

एक्जिमा आमतौर पर हाथ-पैरों में जोड़ों वाली जगह पर ज्यादा होता है। इसके कारण त्वचा कठोर व पपड़ीदार हो जाती है। एक्जिमा एक प्रकार के बैक्टीरिया के कारण फैलता है। यह एक पीड़ादायक बीमारी है। इसके होने के बाद जितना जल्द हो सके डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। समय से इलाज न करने पर एक्जिमा फैल भी सकता है।
एथलीट्स फुट (Athlete's Foot)

एथलीट्स फुट की समस्या आमतौर पर बरसात के मौसम में संक्रमण के कारण होती है। इसे एथलीट फुट इसलिए कहते हैं क्योंकि खिलाड़ियों और एथलीट्स में अक्सर पसीने के कारण ये संक्रमण हो जाता है। इस संक्रमण में आमतौर पर पैरों में लाल धब्बे जैसे दिखाई देते हैं। और फिर यह धीरे-धीरे उंगलियों से पूरे पैर में फैल जाते हैं। इस बीमारी में त्वचा के टूटने, दरार पड़ने व साथ ही पैरों से दुर्गंध आने और खुजली होने जैसे लक्षण होते हैं।
स्कैबीज़ या खाज (Scabies)

स्कैबीज़ या खाज एक प्रकार का संक्रामक चर्मरोग होता है, जो छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। ये समस्या सारकोपटेस स्केबी नाम के एक माइट (बहुत छोटे जीव) के कारण होती है। ये कीट अंडे देने के लिए त्वचा की उपरी परत के नीचे घुस जाता है, जिससे खुजली पैदा होती है। सही समय पर इलाज न किया जाए तो ये अन्य अंगों में भी फैल सकती है।
डायबिटीज या मधुमेह (Diabetes)

मधुमेह या डायबिटीज रोग भी हाथों और पैरों में खुजली के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस स्थिति को इरप्टिव संथोमाटोसिस के नाम से जाना जाता है। अक्सर ब्लड शुगर बढ़ जाने पर ये समस्या होती है। अच्छी बात ये है कि ब्लड शुगर कंट्रोल होने पर ये खुजली की समस्या दूर हो जाती है। इसके अलावा कई बार पैरों में डायबिटीक फुट के कारण भी घाव और दर्द की समस्या हो सकती है।
स्किन एलर्जी (Skin allergy)

स्किन एलर्जी खुजली की सबसे आम समस्या है। ये एलर्जी कई कारणों से हो सकती है। एलर्जी की प्रतिक्रिया स्वरूप, हाथ और पैर में खुजली होना सामान्य कारणों में से एक है। यह आपको कुछ खाने या स्पर्श से भी हो सकती है। इसके कारण पैरों व हाथों में होने वाली प्रतिक्रियाएं कुछ-कुछ एक्जिमा जैसी होती हैं, जिसे एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस के नाम से जाना जाता है। ये खुजली कई बार दवाओं के साइड इफेक्ट, गलत खानपान, लिवर खराब होने या किसी प्रकार की एलर्जी वाली चीज छूने से भी हो सकती है।
नेल इंफेक्शन (Nail Infection)

नेल इंफेक्शन पैरों व हाथों के सही रख-रखाव व सफाई के न होने के कारण होता है। खासतौर पर बरसात के मौसम में नाखून फंगल इंफेक्शन से प्रभावित हो सकते हैं। इसमें नाखून में सूजन, लाल होने और नाखून में खुजली होने की समस्या होती है। नाखूनों में इस तरह के संकेत दिखने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करके इसे ठीक करना चाहिए क्योंकि इंफेक्शन बढ़ने पर नाखून उगने बंद हो सकते हैं।
रिंगवर्म या दाद (Ringworm)

दाद या रिंगवर्म भी एक आम समस्या है जो कई बार साफ-सफाई की कमी, दूसरे के इस्तेमाल कपड़े और टॉवेल यूज करने या गीले कपड़े पहनने के कारण हो सकती है। इस संक्रमण में त्वचा पर गोल गोल चकत्ते उभर आते हैं, जो रिंग के आकार में होते हैं। इसके होने पर चमड़ी लाल व कठोर हो जाती है और इसमें खुजलाहट होने लगती है, जोकि रात में तेज हो जाती है। यह फंगस के संक्रमण से होता है।