कैनोला तेल से जुड़े तथ्य

छोटे रेपसीड से बने कैनोला तेल को खाना पकाने के तेल के रूप में एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। इसकी महक प्राकृतिक होती है और इसमें संतृप्त वसा (सेचुरेटेड फैट) बहुत कम पाई जाती है। पर इसके अलावा भी कैनोला ऑयल के कई फायदे और नुकसान (Canola oil benefits and side effects in hindi) हैं तो, आइए जानते हैं कैनोला ऑयल से जुड़े तथ्य।
कैनोला ऑयल क्या है?

कैनोला एक प्राकृतिक रूप से पैदा होने वाला पौधा नहीं है, बल्कि रेपसीड पौधा से आता है जो सरसों परिवार का हिस्सा है। हालांकि, कैनोला तेल काफी लोकप्रिय खाना पकाने का तेल है। पर क्या आप जानते हैं कि रेपसीड तेल मानव के उपभोग के लिए नहीं बना हैं क्योंकि रेपसीड तेल का इस्तेमाल लुब्रिकेंट और ईंधन एसएपी के लिए होता है और यह सिंथेटिक रबर का आधार है।
कैनोला ऑयल के पोषक तत्व

कैनोला तेल में सिर्फ सात प्रतिशत संतृप्त वसा (सेचुरेटेड फैट) होती है। साथ ही इसमें मोनोसेचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ई भी बहुत अधिक होता है।
हानिकारक नहीं है कैनोला तेल

हालांकि माना जाता है कि इरुसिक एसिड का उच्च स्तर हानिकारक होता है, लेकिन यह सच नहीं है। कैनोला तेल का संयंत्र रेपसीड पौधे से निकाला जाता है, जिसमें उच्च स्तर का इरुसिक एसिड होता है। लेकिन बाजार में मिलने वाले कैनोला तेल में इस एसिड का स्तर कम होता है, इसलिए हानिकारक नहीं है।
कैनोला ऑयल के फायदे

बंगलौर के अपोलो क्लिनिक के फैमिली फिजीशियन डाक्टर मोहम्मद शरीफ एम मुल्ल के अनुसार, कैनोला तेल स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है क्योंकि यह समग्र कोलेस्ट्रॉल के स्तर और लो-डेंसिटी लिपिड को घटाने में मदद करता है। इसके अलावा यह ओमेगा-6 और ओमेगा-3 फैटी एसिड का बहुत अच्छा महत्वपूर्ण स्रोत और संतृप्त फैट में कम है। इसलिए इसके पोषण मूल्य का लाभ पाने के लिए सभी किस्म का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। Image Source : healthers.org
कैनोला ऑयल के नुकसान

हालांकि कैनोला तेल के कई स्वास्थ्य लाभ होते है, लेकिन रेपसीड से बने इस उत्पाद के बारे में इस तरह की अफवाहें भी बहुत हैं कि ये तेल वातस्फीति, सांसों के रोग, कब्ज, तनाव और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं का कारण होता है। Image Source : Getty
सीमित मात्रा में करें इस्तेमाल

कुछ शोधों से पता चलता है कि परिष्कृत प्रक्रिया के कारण कैनोला में ट्रांस समावयव का स्तर थोड़ा ज्यादा होता है। और लंबे समय तक इसके उपयोग से चयापचय और एंजाइम के कार्य प्रभावित होने लगते है। साथ ही इसमें हाइड्रोजनीकृत तेल की मात्रा का थोड़ा ज्यादा होना, जिसे आमतौर पर सुरक्षित रूप से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि कैनोला तेल स्वस्थ है, लेकिन इसका अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। यह इसकी मात्रा पर निर्भर करता है। अगर आप इसका उपयोग सीमित मात्रा में करते है तो इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। Image Source : Getty
नॉन एलर्जिक है कैनोला

हालांकि अन्‍य तेलों की तुलना में कैनोला तेल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ थोड़े कम होते है। और वनस्‍पति तेल, सूरजमुखी तेल और राइस ब्रान तेल, कैनोला तेल की तुलना में ज्‍यादा स्‍वस्‍थ होते हैं। लेकिन प्रोटीन की कमी कारण कैनोला नॉन एलर्जिक होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति प्रतिक्रिया करने का कारण होते है। Image Source : abdulsattarsons.net
लंबे समय कर सकते है स्टोर

कैनोला के तेल को लंबे समय तक कमरे के तापमान पर स्‍टोर किया जा सकता है। और सलाह दी जाती है कि इसका उपयोग अच्‍छे से करने के लिए इसे ठंडी और अंधेरी जगह पर स्‍टोर करें। कैनोला का स्‍वाद और खुशबू अच्‍छी होने के कारण इस तेल का इस्‍तेमाल फ्राइिंग, बेकिंग और रोस्टिंग के लिए किया जाता है। Image Source : Getty