इन कारणों से होती है पैरों में जलन

पैरों में जलन कई बीमारियों का लक्षण हो सकती है। यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है। कई बार यह जल्‍दी समाप्‍त हो जाती है और कई बार काफी लंबे समय तक भी आपको जलन का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्‍या में अकसर पैरों में लालिमा, सूजन और तापमान बढ़ जाता है। आमतौर पर, इनसे जुड़ें लक्षण किसी भी अवस्‍था के मूल कारण की पहचान कराने में मदद करते हैं। सामान्य थकान और अधिक परिश्रम पैर जलन का सबसे आम कारण हैं, यहां पर पर पैरों में जलन के कुछ गंभीर कारण दिये है जिन्‍हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। image courtesy : getty images
परिधीय न्यूरोपैथी

परिधीय न्‍यूरोपै‍थी वह अवस्‍था है, जिसमें परिधीय तंत्रिका अंगों के क्षतिग्रस्‍त होने का संकेत मस्तिष्क को भेजता है। न्यूरोपैथी का असर सभी परिधीय नसों दर्दकारी फाइबर, मोटर न्यूरॉन्स, ऑटोनोमिक नसों पर पड़ता है, इसलिए यह आवश्यक रूप से सभी अंगों और तंत्रों को प्रभावित कर सकता है। इसमें पैरों में दर्द, जलन, चुभन की संवेदनशीलता होती है। परिधीय न्यूरोपैथी मधुमेह से पीड़‍ित लोगों में आम होता है। यह कमजोर रक्त शर्करा नियंत्रण के कारण मधुमेह जटिलताओं का एक संकेत है। image courtesy : getty images
विटामिन बी 12 की कमी

विटामिन बी-12 तंत्रिका तंत्र के कार्यों सहित हमारे शरीर की कई प्रकार की प्रक्रियाओं में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए, बी-12 झुनझुनी के साथ पैर में जलन और बाहों में जलन का कारण बनता है। image courtesy : getty images
हाइपोथायरायडिज्म

थायराइड हार्मोन का कम स्‍तर शरीर में सभी प्रक्रियाओं के धीमा होने का कारण बनती है। जब हाथों पैरों को खून का एक सामान्‍य प्रवाह प्राप्‍त नहीं होता है, तो वॉटर रिटेंशन के कारण सूजन आ जाती है। यह संचित तरल पदार्थ नसों में अतिरिक्त दबाव से दर्द और पैर में जलन का कारण बनता है। image courtesy : getty images
वस्कुलिटिस

कई बार, रक्त परिसंचरण, रक्त व‍ाहिकाओं में सूजन के कारण प्रभावित होता है, जिसे वस्‍कुलिटिस (रक्त वाहिका की सूजन) कहते हैं। इस अवस्‍था में, प्रतिरक्षा प्रणाली रक्त वाहिकाओं पर हमला कर सूजन का कारण बनती है। image courtesy : getty images
उच्च रक्तचाप

उच्‍च रक्तचाप के कारण भी पैरों में जलन हो सकती है। उच्‍च रक्तचाप के कारण रक्‍त परिसंचरण में परेशानी होती है। इससे त्‍वचा की रंग में परिवर्तन, पैरों की पल्‍स रेट में कमी और हाथ पैरों के तापमान में कमी होती है, जिससे पैरों में जलन की समस्‍या हो सकती है। image courtesy : getty images
टोक्सिन का जमाव

किसी भी चीज की अति स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक हो सकती है। दवायें और सप्‍लीमेंट भी इसका अपवाद नहीं हैं। विटामिन की अधिक मात्रा (मुख्य रूप से विटामिन बी -6) और भारी मेटल पोइज़निंग परिधीय नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा पैरों में दर्द और सूजन पैदा कर सकती है। image courtesy : getty images
संक्रामक रोग

हालांकि पैरों में जलन कई प्रकार की संक्रामक रोगों का प्रमुख लक्षण हो सकता है, लेकिन यह न्‍यूरोपैथी के कारण भी हो सकता है। कुछ बीमारियां जैसे कुछ एचआईवी/एड्स, लाइम रोग और ग्‍यूलियन बैरे में पैरों की समस्‍याएं शामिल होती है। image courtesy : getty images