तन और मन सेहतमंद रखे जॉगिंग

जॉगिंग आपकी सहनशीलता को बढ़ाती है, जिससे आपकी कार्यक्षमता में इजाफा होता है। इससे आपको दिन भर थकान महसूस नहीं होती आप चुस्ती और स्फूर्ति महसूस करते हैं। और साथ ही नकारात्मक सोच भी आपसे दूर रहती है। आइए जानते हैं जॉगिंग के कुछ अन्य स्वास्थ्य लाभ।

जॉगिंग से आपका मेटाबॉलिज्म तेजी से काम करता है इससे कैलोरीज जल्दी बर्न होती हैं। इससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है और आप एक बेहतर शरीर पा सकते हैं। इतना ही नहीं, पेट के आसपास जमा अतिरिक्त चर्बी आसानी से कम नहीं होती, लेकिन ऐसा माना जाता है कि जॉगिंग कूल्हों और पेट की चर्बी कम करने का असरदार तरीका है।

हालांकि कई बार ऐसा देखा गया है कि ओवरवेट लोगों को भूख कम लगती है। जैसाकि हम जानते हैं कि जॉगिंग से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, जिससे आपके शरीर को अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है। ऊर्जा की इस कमी को पूरा करने के लिए आपको अधिक भोजन की जरूरत होती है। और तो और जॉगिंग से आपके शरीर में भोजन से प्राप्त ऊर्जा अच्छी तरह फैल जाती है।

यह बात सच है कि जॉगिंग आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम करती है। खासतौर पर हमारी कमर, कूल्हों और टांगों की मांसपेशियों और हड्डियों को इससे बहुत लाभ मिलता है। इतना ही नहीं जॉगिंग से शरीर को काफी थकान हो जाती है, लेकिन हमें अच्छी नींद आती है।

जॉगिंग से हम उम्र के असर को भी कम कर सकते हैं। यह तो हम जानते ही है कि जॉगिंग हमारी हड्डियों और मांसपेशियों को ताकत मिलती है। इसका सीधा असर हमारी उम्र पर पड़ता है। मजबूत मांसपेशियां और हड्डियां हमें लंबे समय तक जवां बनाये रखने के लिए जरूरी होती हैं।

जॉगिंग से हमारे फेफड़ों की कार्यक्षमता में इजाफा होता है, जिससे हमारे शरीर के सभी अवयवों को सही प्रकार से काम करने के लिए जरूरी ऑक्सीजन मिलती है। इसके साथ ही जॉगिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर उसकी कार्यक्षमता में इजाफा करती है। इतना ही नहीं यह हमारे रक्तचाप को भी नियंत्रित करती है। साथ ही जॉगिंग हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर हमें डायबिटीज, ऑस्टियोपोरोसिस और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाती है।

जॉगिंग हमारे शरीर की ताकत में इजाफा करती है, जिससे आपमें बड़ी चुनौतियों का सामना करने का विश्वास आता है। इसके साथ ही यह आपका वजन कम करने और मांसपेशियों को मजबूत भी बनाती है, जिससे आत्मविश्वास में इजाफा होता है।

जॉगिंग हमारे शरीर में एंडोरफिन के स्तर को बढ़ाती है। जिससे हमारी मनोदशा पर सकारात्मक असर पड़ता है। इसके साथ ही जॉगिंग के दौरान व्यक्ति को अपने साथ अकेले कुछ वक्त बिताने का मौका मिलता है, जिससे वे अपनी समस्याओं के बारे में गंभीरता से विचार कर सकते हैं। उन्हें अपनी समस्याओं से लड़ने के लिए अतिरिक्त ताकत मिलती है। अगर कोई व्यक्ति क्रोधित अथवा कुपित है, तो उसे इन नकारात्मक भावों को दूर करने के लिए तेज दौड़ लगानी चाहिए।

क्योंकि जॉगिंग करते समय व्यक्ति के सामने कई मुश्किलें आती हैं, वह अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धारित करता है और उसे हासिल करने का प्रयास करता है। इस प्रकार के सोच विचार से व्यक्ति को अपने जीवन में भी आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए भी मानसिक रूप से तैयारी करने का मौका मिलता है।

जॉगिंग का यह लाभ शायद आपको न पता हो कि इससे आपके एटिट्यूड में सुधार होता है। जॉगिंग के दौरान हमारे मस्तिष्क में एंडोरफिन्स नामक हॉर्मोंस का स्राव होता है, जो खुशी का अहसास कराने में मदद करता है। इसलिए जॉगिंग को अवसाद से निपटने का एक कारगर तरीका माना जाता है और कई डॉक्टर इसे अपनाने की सलाह भी देते हैं।

सुबह की दौड़, शाम की दौड़ के मकाबले अधिक फायदेमंद होती है। इससे व्यक्ति को अधिक शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। सुबह-सवेरे लोगों के शरीर में अधिक ऊर्जा होती है इसका इस्तेमाल वे दौड़ में कर सकते हैं। यह भी साबित हो चुका है कि जो लोग सुबह जॉगिंग करते हैं, वे दिन भर में मिलने वाली चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
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