गुड़हल के फायदे
आयुर्वेद में गुड़हल को कई बीमारियों में उपयोगी माना जाता है। 2008 में यूएसडीए के अध्ययन में पाया गया कि गुड़हल का चाय पीने से ब्लड प्रेशर कम होता है।

गुड़हल खूबसूरत फूलों वाला पौधा है। यह आमतौर पर ट्रॉपिकल और गर्म क्षेत्रों में पाया जाता है। आयुर्वेद में गुड़हल को कई बीमारियों में उपयोगी माना जाता है। 2008 में यूएसडीए के अध्ययन में पाया गया कि गुड़हल का चाय पीने से ब्लड प्रेशर कम होता है। इसका इस्तेमाल खांसी, बालों के झड़ने और बालों के सफेद होने की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता है।

गुड़हल को किडनी के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। गुड़हल की पत्ती से बनी चाय को कई देशों में दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। किडनी के रोगी इस चाय को बिना शक्कर के पियें। यह किडनी की पथरी को दूर करने में भी मदद करती है।

गुड़हल की पत्ती विटामिन सी से भरपूर होती है। चाय या अन्य रूपों में इसका सेवन करने से सर्दी और खांसी से राहत मिलती है। अगर किसी को सर्दी लगती हो, तो उसे गुड़हल की चाय का सेवन करना चाहिए।

गुड़हल की पत्ती और इसके फूल की पंखुड़ी से पेस्ट बनाकर उसका इस्तेमाल प्राकृतिक हेयर कंडीशनर के तौर पर किया जा सकता है। जब इसे शैंपू के बाद लगाया जाता है तो यह बालों के रंग को काला करता है और डैंड्रफ से भी छुटकारा दिलाता है।

गुड़हल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक स्किन केयर में भी किया जाता है। चीन की परंपरागत दवाओं में गुड़हल की पत्ती का इस्तेमाल एंटी-सोलर एजेंट के रूप में किया जाता है। यह अल्ट्रावाइलेट रेडिएशन को सोखकर आपकी त्वचा को नया रंग और रूप देता है। इतना ही नहीं त्वचा की झुर्रियों से भी निजात दिलाने में गुड़हल का इस्तेमाल होता है।

गुड़हल हाईबीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है। गुड़हल की पत्ती से बनी चाय पीने से रक्तचाप की समस्या दूर होती है। जो व्यक्ति ब्लड प्रेशर कम करना चाहते हैं, उन्हें नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।

बैड यानी एलडीएल कोलेस्टेरोल को कम करने में भी गुड़हल काफी मदद करता है। गुड़हल की पत्ती की चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। गुड़हल में पाए जाने वाले तत्व अर्टरी में प्लैक को जमने से रोकते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।

गुड़हल का तेल का इस्तेमाल खुले घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। इसके साथ ही कैंसर से हुए घाव पर भी गुड़हल का तेल लगाने से काफी लाभ होता है। साथ ही ये कैंसर के प्रारंभिक चरण में अगर गुड़हल का इस्तेमाल किया जाए तो यह उसे रोकने में मदद करता है।

गुड़हल का सेवन भूख को काबू रखने में मदद करता है। इसका सेवन लंबे समय तक आपका पेट भरा रखता है। गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से भूख भी कम लगती है और पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। इससे शरीर से गैर जरूरी फैट खत्म हो जाता है।

गुड़हल का नियमित सेवन महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम करता है। इससे शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है। यही वजह है मेंस्ट्रल साइकल में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है।

गुड़हल की पत्ती एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स को हटाता है। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। कई मामलों में तो जीवन में भी वृद्धि हो जाती है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।