अस्थमा का इलाज

अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसकी चपेट में आने वाला व्यक्ति मौत की राह देखने लगता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बीमारी में व्यक्ति का सांस लेना तक दूभर हो जाता है। यानि कि इंसान चाह कर भी सासं नहीं ले पाता है। वर्तमान समय में प्रदूषण भरा माहौल, दूषित खानपान, बिगड़ता लाइफस्टाइल, खान-पान में मिलावट व शुद्धता में कमी के चलते अस्थमा का कहर बढ़ रहा है। मेडिकल रिपोर्टस के मुताबिक अस्थमा के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिन लोगों को अस्थमा है अगर वह कुछ घरेलू नुस्खों का नियमित रूप से सेवन करें तो इस बीमारी को हराया जा सकता है। आज हम अस्थमा के रोगियों के लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर इस बीमारी को मात दी जा सकती है।
अजवाइन और लौंग का सेवन

अजवाइन और लौंग अपने आप में औषधी हैं। इनका सेवन हमें कई रोगों से बचाता है। पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए भी अजवाइन और लौंग का सेवन बहुत फायदेमंद है। अस्थमा के मरीजों के लिए भी अजवाइन और लौंग का सेवन वरदान है। पानी में अजवाइन को उबाल कर भाप लेने से अस्थमा के मरीजों को बहुत आराम मिलता है। वहीं, लौंग को पानी में उबालें और 1 कटोरी लौंग के पानी में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है।
तुलसी की ताजी पत्त्यिां

तुलसी की ताजी पत्त्यिों का सेवन करने से बहुत आराम मिलता है। अस्थमा को काटने के लिए सुबह खाली पेट तुलसी की पत्त्यिों को चबाना जबरदस्त उपाय है। हां, यह बात भी सही हैं कि तुलसी की पत्तियों के सेवन से आपको हाथों-हाथ फर्क नहीं दिखेगा। लेकिन करीब 15 दिनों तक ऐसा करने से आपको आराम दिखना शुरू हो जाएगा। इसके अलावा आप तुलसी के पत्तों को पीसकर उसमें शहद मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
हल्दी का प्रयोग

अस्थमा का अटैक कभी भी और कहीं भी आ सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप इसका इंतजाम पहले से ही कर के रखें। अस्थमा का अटैक बार-बार न हो इसके लिए हल्दी और शहद को मिलाकर लेना चाहिए। इसके अलावा दूध में हल्दी डालकर पीने से भी काफी फायदा होता है।
मेथी के दाने

मेथी के दाने कड़वे जरूर होते हैं लेकिन ये अस्थमा के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है। मेथी के दानों का काढ़ा पीने से काफी आराम मिलता है। काढ़ा बनाने के लिए मेथी के दानों को पानी में तब तक उबालें जब तक वह गाढ़ा ना हो जाए। इस काढ़े का नियमित सेवन करें। वाकई काफी आराम मिलेगा।
लहसुन का सेवन

हालांकि मेडिकल साइंस ने भी लहसुन को दवा के रूप में मान्यता दी है। इसलिए अस्थमा के रोगियों को रोजाना अलग-अलग तरह से लहसुन का सेवन करना चाहिए। लहसुन के पेस्ट को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से जबरदस्त फायदा मिलता है। दूध के साथ भी लहसुन को उबाल कर लिया जा सकता है।