घर की सजावट और गलतियां

घर ऐसी जगह होती है जहां पर आपकी थकान दूर होती है, तनाव कम होता है और आप सबकुछ भूलकर चैन की नींद लेते हैं। ऐसा तभी होता है जब घर सही तरीके से सजा हो और इसे देखने के बाद मन को सुकून मिले। अगर घर की सजावट ठीक ढंग से नहीं हुई तो यह चैन लेने की बजाय आपको बेचैन कर देगा। इसलिए घर की सजावट के लिए पूरी प्लानिंग की जरूरत है और अगर प्लान नहीं कर पा रहे हैं तो ये गलतियां भी ना करें। इससे समय और पैसे दोनों बचेंगे।
फर्नीचर सोच-समझकर चुनें

जरूरी नहीं कि जो फर्नीचर आपके दोस्त के घर की शोभा बढ़ा रहे हैं वे आपके घर की भी बढ़ाएं। देखा-देखी फर्नीचर ना लें। फर्नीचर लेने से पहले अपने घर का हिसाब लगा लें और उसके बाद फर्नीचर लें। फर्नीचर आपके घर में फिट होने चाहिए। ऐसा ना हो कि वो आपके कमरे में अतिरिक्त जगह घेरें।
रंगों पर दें ध्यान

दीवारों को रंगते वक्त और पर्दे खरीदते वक्त कलर कॉम्बीनेशन जरूर देख लें। दीवार और पर्दें के रंगों में थोड़ा भी डिफरेंस हुआ तो पूरी सजावट के साथ आपकी मेहनत धरी की धरी रह जाएगी। अगर दीवार पहले से रंगे हैं तो उस हिसाब से पर्दे लें। लाउड रंग के पर्दे बिल्कुल भी ना लें।
फालतू चीज ना लें

पहले उन चीजों को लें जो आपकी जरूरत की लिस्ट में पहले हो। उसके बाद उन चीजों को लें जो सजाने के साथ घर की जरूरतों को भी पूरा करे। शौकिया तौर पर कोई भी चीज ना लें। इससे पैसे और समय तो खर्च होंगे ही घर में भी फालतू की चीजें जमा हो जाएंगी। इससे घर भरा हुआ और छोटा दिखेगा। भरा हुआ घर थकावट देता है। इसलिए घर को भरे नहीं सजाएं।
अतिरिक्त कुशन बिल्कुल नहीं

सोफे या दीवान पर ढेर सारे कुशन आराम और अच्छा लुक देते हैं। लेकिन कुशन की संख्या सोफे और दीवान के हिसाब से हो। कई बार ज्यादा कुशन घर की सजावट का मजा फीका कर देते हैं। सोफा मीडियम साइज का है तो स्टाइलिश अंदाज में और जरूरत के अनुसार कुशन का इस्तेमाल करें।
पुरानी चीजों को बाय कहें

अब वक्त आ गया है कि पुरानी चीजों औऱ यादों को बाय कह दिया जाए। ठीक है कुछ चीजें आपके सबसे अच्छे दोस्त ने दी है तो कुछ आपने अपनी पहली सेलेरी से ली है। लेकिन चीजें पुरानी हो चुकी हैं। समय के हिसब से चलें औऱ उनकी जगह नई चीजें लाएं। इससे आपको ही सुविधा होगी।