स्पाइसी फूड्स

पेट के छाले होने पर स्पाइसी फूड्स यानि बहुत ज्यादा मिर्च मसाले वाले खानों से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे आपकी स्थिति और खराब हो सकती है। दरअसल मसाले गर्म होते हैं और ये पेट के छालों को और बढ़ाते हैं। इसके अलावा इन मसालों की वजह से पेट में दर्द और जलन की समस्या बढ़ सकती है इसलिए अगर पेट में छाले हैं तो आपको मसालेदार भोजन का सेवन बंद कर देना चाहिए।
रेड मीट

रेड मीट का सेवन भी पेप्टिक अल्सर के लिए खतरनाक हो सकता है। दरअसल रेड मीट में फैट और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसे पचाना पेट के लिए कठिन होता है। इसलिए पेट को इसे पचाने के लिए ज्यादा मात्रा में एसिड रिलीज करना पड़ता है। रेड मीट के पचने में समय लगता है इसलिए ये एसिड ज्यादा समय तक मौजूद रहता है, जिससे तकलीफ बढ़ती जाती है। इसलिए अल्सर होने पर सुपाच्य चीजों का ही सेवन करना चाहिए।
एल्कोहल

शराब और एल्कोहलिक पदार्थों का सेवन पेट के अल्सर में खतरनाक हो सकता है। इन मामलों में कई बार तो शराब इतनी खतरनाक होती है कि मरीज की जान ले सकती है। दरअसल शराब का सेवन आंतों और लिवर को तो प्रभावित करता ही है इसके अलावा ये पेट में एसिड का लेवल बढ़ा देता है। इसलिए पेट के अल्सर में शराब कभी नहीं पीनी चाहिए। इसे भी पढ़ें:- खानपान की ये बुरी आदतें हैं एसिडिटी का कारण, ऐसे पाएं छुटकारा
डेयरी प्रोडक्ट्स

पेट के कैंसर में डेयरी उत्पादों के सेवन से भी खतरा रहता है। डेयरी प्रोडक्ट्स फैट से भरे होते हैं। इसलिए भारी डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे पनीर, चीज़, बटर, योगर्ट आदि का सेवन बंद कर दें। हालांकि दूध और छाछ जैसे हल्के पदार्थों का कम मात्रा में सेवन किया जा सकता है। पेट के अल्सर में सोया प्रोडक्ट्स का सेवन भी बंद कर देना चाहिए।
फास्ट फूड्स

फास्ट फूड्स और बेक्ड फूड्स में ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए ये फूड्स आसानी से नहीं पचते हैं और पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाते हैं। एसिड की वजह से पेट में जलन होने लगती है। इसलिए फास्ट फूड्स, जंक फूड्स और बेक्ड फूड्स का सेवन बिल्कुल बंद कर देना चाहिए। इसे भी पढ़ें:- दोबारा गर्म करने से इन 7 फूड्स में घट जाते हैं पौष्टिक तत्व, बिगाड़ सकते हैं सेहत