पाचन को मजबूत और एसिड रीफ्लक्स को दूर करे जीरा

जीरा सदियों से भारतीय रसोईयों में इस्तेमाल होता आया है। क्योंकि ये न सिर्फ खाने के स्वाद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि इसके कई औषधीय गुण भी हैं। जीरा श्वेत, श्याम और अरण्य (जंगली) तीन प्रकार का होता है। पाचन को सुधारने और एसिड रीफ्लक्‍स के उपचार में ये कमाल का होता है। तो चलिये जानें पाचन को मजबूत बनाने और एसिड रीफ्लक्‍स के उपचार में जीरा कैसे कारगर है। - Images source : © Getty Images
पाचन को मजबूत बनाए जीरा

जीरे में भोजन को पचाने वाले प्राकृतिक गुण मौजूद होते हैं। इसलिये भी खाने में जीरे का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा जीरे का नियमित सेवन करने से दस्त, उल्टी व पेट दर्द आदि पेट से संबंधित समस्याओं से बचाव होता है। Images source : © Getty Images
कैसे खाएं जीरा

इसके औषधीय गुणों का लाभ लेने के लिये जीरे को बारीक पीस लें। अब इस चूर्ण को 3-3 ग्राम गर्म पानी के साथ दिन में दो बार लेने से पेट के दर्द और बदन दर्द से छुटकारा मिलता है। इससे पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। Images source : © Getty Images
एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाए

एसिडिटी से तुरंत राहत पाने के लिये, एक चुटकी कच्‍चे जीरे को लेकर मुंह में डाल लें, इससे तुरंत फायदा मिलता है। जीरे में मौजूद में एंटीसेप्‍टिक तत्‍व सीने में जमे हुए कफ को भी बाहर निकालते हैं। जीरे की तासीर गरम होती है इसलिये यह कफ को बिल्‍कुल अच्‍छी तरह से सुखा देता है।Images source : © Getty Images
लीवर मजबूत बनाए

जीरा खाने से लीवर मजबूत बनता है और लीवर की शरीर से गंदगी निकालने की क्षमता बढ़ती है। कब्ज की शिकायत होने पर जीरा, काली मिर्च, सोंठ और करी पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाकर लेने से पेट साफ रहेगा और कब्जियत में राहत मिलेगी। Images source : © Getty Images