खुद को जानने से मिलती है सफलता

मानव स्‍वभाव से या तो अंर्तमुखी होता है या फिर बाहृयमुखी। यदि एक बार आपको यह पता चल जाए कि आप किस प्रकार के व्‍यक्ति हैं, तो आपके लिए कई फैसले करना आसान हो जाता है। जानिये, यदि आप में ये लक्षण हैं, तो आप स्‍वभाव से अंर्तमुखी हैं।
मुझे एकांत पसंद है

यदि आपको अकेले रहना पसंद है, तो आप अंर्तमुखी हो सकते हैं। अंर्तमुखी व्‍यक्ति को अपना वक्‍त बिताने के लिए किसी के साथ की जरूरत नहीं महसूस होती। वह घंटों अकेले बैठे रह सकता है। एकांत उसे काटता नहीं, बल्कि सुकून देता है।
छोटी नहीं गहरी बातें

अंर्तमुखी व्‍यक्ति गहरी बातें अधिक करते हैं। उन्‍हें संक्षिप्‍त बातें करना पसंद नहीं होता, लेकिन अपने पसंद के विषय पर वे गहन चर्चा करना पसंद करते है।
आपको सुनना पसंद है

लोगों की बातों को अधिक ध्‍यान से सुनना अंर्तमुखी होने की एक और पहचान हो सकती है। आमतौर पर अंर्तमुखी व्‍यक्तियों के बारे में अकसर यह बात कही जाती है कि वे अच्‍छे श्रेाता हैं।
तौल-मोल के बोल

आप कुछ भी, कहीं भी और कभी भी नहीं बोलते। बोलने से पहले आप अपने शब्‍दों को ध्‍यान से चुनते हैं, उन्‍हें तौलते हैं और फिर उनका इस्‍तेमाल करते हैं तो आप अंर्तमुखी हो सकते हैं।
टकराव नहीं पसंद

अंर्तमुखी लोगों को टकराव पसंद नहीं होता। वे वाद-विवाद से दूर रहना पसंद करते हैं। यदि अपनी असहमति भले ही जता दें, लेकिन उसे लेकर बहुत ज्‍यादा बहस करना उन्‍हें पसंद नहीं होता।
अकेले काम करना पसंद

आपको अकेले काम करना पसंद है। आप नहीं चाहते कि काम के दौरान लोग आपके आसपास हों। आपको यह भी नहीं पसंद कि आपके काम में किसी तरह का कोई व्‍यवधान हो।
तन्हाई है इलाज

जब आप बहुत तनाव महसूस करते हैं, या फिर आपको रिचार्ज होने की जरूरत महसूस होती है, तो आप कुछ दिन खुद के साथ बिताना पसंद करते हैं। आप लोगों से मिलने या बात करने के बजाय अकेले वक्‍त बिताना ज्‍यादा पसंद करते हैं।
कलम से होती है बयां

आप कई बार जुबां से दिल की बात बयां कर पाने में असहज महसूस करते हैं। अपने दिल की बात कहने के लिए आपको अकसर कलम का सहारा लेना पड़ता है। आपके लिए लिखकर अपनी बात कहना ज्‍यादा आसान होता है।
आप मीठा बोलते हैं

आपसे बात करने के बाद लोगों को अहसास होता है कि आप मृदुभाषी हैं। लोग आपकी इस खूबी की तारीफ भी करते हैं। लेकिन मृदुभाषी होना कई बार अंर्तमुखी होने का भी इशारा हो सकता है।