क्या आप भी बच्चों के बाल सफेद होने से चिंतित हैं, जाने उपाए

उम्र के साथ बालों का सफेद होना स्वाभाविक है लेकिन अगर बाल बचपन में ही सफेद होने लगे तो यह बहुत बड़ी समस्या है। आमतौर लोगों के बाल 40-50 साल की उम्र के बाद बाल सफेद होना शुरू होते हैं लेकिन मौजूदा समय में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। आजकल छोटे-छोटे बच्चों के बाल भी तेजी सफेद हो रहे हैं, जिसको लेकर उनके माता-पिता परेशान रहते हैं। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से इस समस्या से निपटा जा सकता है। आइए इस स्लाइडशो के जरिए हम आपको बता रहें है बाल सफेद न होने के उपाए।

बच्चों बाल सफेद होने के तमाम कारण हो सकते हैं। आमतौर पर शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण बाल सफेद होते हैं। लेकिन बच्चों में बाल सफेद होने का कारण आनुवांशिक हो सकता है। इसके अलावा डैंड्रफ की वजह से भी बाल सफेद होते हैं कभी कभी बीमारी और किसी अन्य डिसऑर्डर भी बाल सफेद होने के कारण बनते हैं। आगे की स्लाइड में हम आपको बताते है इसके उपाए।

बच्चों के बालों को सफेद होने से बचाने के लिए कढ़ी पत्ते का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे पहले कढ़ी पत्ते को तेल में उबाल लें, जब तक कि वह काला न हो जाए। इसके बाद तेल को छान लें और प्रतिदिन बच्चें के बालों में लगाएं।

सफेद बालों के लिए बच्चों को दही में खमीर मिलाकर देना फायदेमंद हो सकता है। एक कटोरी दही में एक चम्मच खमीर या ईस्ट काफी है। दरअसल इसमें प्रोटीन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो बालों के लिए बहुत जरूरी होता है।

बालों के लिए आमला के साथ-साथ अलमंड भी बहुत उपायोगी हैं। आप कोकोनट ऑयल में आमला के टुकड़ों को उबालकर छान लें। इस तेल को स्कैल्प में लगा सकते हैं। इसके साथ रात में सूखे आंवले को पानी में भिगोकर रख दें, सुबह उस पानी से अपने बच्चे के बाल को धो दीजिए।

गाय के दूध से निकला हुआ मक्खन भी बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। मक्खन को आप अपने बच्चे के स्कैल्प पर लगा सकती हैं, यह उम्र से पहले बाल सफेद होने को रोकता है।
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