क्या पहुंचा रहा है आपकी याद्दाश्त को नुकसान
उम्र के साथ याद्दाश्त कमजोर होना सामान्य बात है, लेकिन कुछ अन्य कारकों से भी याद्दाश्त में तेजी से गिरावट आने लगती है।

अक्सर आप अलमारी की चाबी, चश्मा या अन्य कोई जरूरी कागजात कहीं भी रखकर भूल जाते हैं और फिर उसे ढूंढने के लिए इधर-उधर घूमते रहते हैं। वैसे तो उम्र के साथ याद्दाश्त कमजोर होना सामान्य बात है, लेकिन कुछ अन्य कारकों से भी याद्दाश्त में तेजी से गिरावट आनी लगती है। यहां हम कुछ ऐसी चीजें बता रहे हैं जो आपकी स्मरण शक्ति को गहरा नुकसान पहुंचाती हैं। image courtesy : getty images

कई अध्ययनों से यह बात साबित हुई है कि सिगरेट पीना आपकी याद्दाश्त को हानि पहुंचाता है। धूम्रपान करने वाले बुजुर्ग और मध्यम आयु वर्ग के लोगों की याद्दाश्त में विशेष रूप से कमजोर पायी जाती है। image courtesy : getty images

यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के शोधकर्ताओं के अनुसार, एक सप्ताह तक रोजाना बीयर या शराब के तीन गिलास लेने वाले लोगों की स्मृति, एकाग्रता और संज्ञानात्मक क्षमता प्रभावित हो सकती है। image courtesy : getty images

शरीर की तरह दिमाग को भी दुरूस्त रखने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ग्लूकोज से मस्तिष्क को ईंधन मिलता है और इससे याद्दाश्त सही रहती है। ग्लूकोज की कमी का असर स्मरण शक्ति पर पड़ता है। पोषक तत्वों की कमी जैसे विटामिन बी की कमी याद्दाश्त को तेजी से नुकसान पहुंचाती है। image courtesy : getty images

अतिरिक्त चीनी खाने से शरीर अनुचित तरीके से कार्य करने लगता है और इसका असर आपकी याद्दाश्त पर पड़ने लगता है। इसलिए अपनी चाय या कॉफी में अतिरिक्त चीनी के इस्तेमाल से बचें। साथ ही मीठे डेजर्ट और कृत्रिम शुगर से बचने की कोशिश करें। image courtesy : getty images

फाइबर से भरपूर होने के कारण होल ग्रेन (साबुत अनाज) आपकी धमनियों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। लेकिन परिष्कृत अनाज में फाइबर की कमी होती है। इससे यह धमनियों को ब्लॉक कर याद्दाश्त पर नकारात्मक असर डालते हैं। image courtesy : getty images

ट्रांस फैट, आपकी चयापचय प्रक्रिया में बदलाव और धमनियों को कठोर करने के साथ-साथ, मस्तिष्क के कार्य को धीमा कर देता है जिससे मस्तिष्क कमजोर होने लगता है। यह आपकी याद्दाश्त को भी प्रभावित करता है, इसलिए प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर लगे लेबल पर लिखें शब्द 'आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत' का ध्यान रखें। image courtesy : getty images

6000 महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, संतृप्त वसा का इस्तेमाल करने वाले लोगों में संज्ञानात्मक क्षमता और याद्दाश्त में बहुत कमी पाई गई जबकि मोनोसैचुरेडेट फैट इस्तेमाल करने वाले लोग बिल्कुल ठीक थे। संतृप्त वसा, मांस, चिकन त्वचा, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों और मक्खन में पाई जाती है जबकि मोनोसैचुरेडेट फैट जैतून के तेल, पीनेट बटर और एवोकाडो जैसे खाद्य पदार्थों से मिलती है। image courtesy : getty images

डिप्रेशन का आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है, इसमें से एक याद्दाश्त में कमी के रूप में सामने आता है। एक अध्ययन के अनुसार, डिप्रेशन हिप्पोकैम्पस को प्रभावित करता है, हिप्पोकैम्पस याद्दाश्त के लिए जिम्मेदार मस्तिष्क का एक हिस्सा है। यह सही-सही विवरण याद करने वाली व्यक्ति की क्षमता को प्रभावित करता है। image courtesy : getty images

जब कुछ दर्दनाक होता है, तो आपका दिमाग उस घटना की स्मृति से लड़ने की बजाय उसे दबाने की कोशिश करने लगता है। इससे स्मृति अवरुद्ध हो जाती है और उसे पुनः प्राप्त नहीं की जा सकती। वास्तव में, मनोवैज्ञानिक के अनुसार, आपका दिमाग आघात घटना को याद करने की बजाय नकली स्मृति को मुग्ध करने में लगा रहता है। image courtesy : getty images
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