एंटीडिप्रेसेंट का प्रयोग

डिप्रेशन यानी तनाव जो आजकल हमारी दिनचर्या का अहम हिस्‍सा बन गया है, इसे दूर करने के लिए हम अक्‍सर दवाओं का इस्‍तेमाल करते हैं जिसे एंटीडिप्रेसेंट कहते हैं। इन दवाओं के प्रयोग से तनाव और अवसाद दूर हो जाता है। नेशनल सेंट्रर ऑफ हेल्‍थ स्टेटिस्टिक्स द्वारा हाल ही में जारी किये गये आकरण की मानें तो एंटीडिप्रेसेंट का प्रयोग अमेरिका में सबसे अधिक होता है और सामान्‍यतया प्रयोग की जाने वाली हर तरह की दवाओं में यह तीसरे नंबर पर है। इससे संबंधित एक बात और यह कि इसका प्रयोग केवल तनाव के लिए नहीं दूसरी समस्‍याओं के निवारण के लिए भी किया जाता है। इसके प्रयोग से संबंधित बातों के बारे में हम आपको बता रहे हैं।
नींद के लिए भी करते हैं इस्तेमाल

टोड क्रिस्टीएंसन, कोलंबिया के महानगरीय क्षेत्र के किशोर मनोचिकित्‍सक के अनुसार, एंटीडिप्रेसेंट दवाओं का इस्‍तेमाल नींद के लिए किया जाता है। इन दवाओं को ‘स्लीपिंग पिल्स’ या नींद की गोलियां भी कहा जाता है। इनमें डायजेपाम, नाइट्राजेपाम, लोराजेपाम, क्लोनाजेपाम, एल्प्राजोलाम और कॉक्साजेपाम शामिल हैं।
दर्दनिवारक भी हैं ये

कई प्रकार की एंटीडिप्रेसेंट दवाओं का इस्‍तेमाल दर्द के लिए किया जाता है। साथ ही रोगियों के मांसपेशियों में दर्द और थकान का कारण बनने वाले सिरदर्द, तंत्रिका दर्द और फ़ाइब्रोमयाल्जिया जैसी समस्‍याओं के लिए भी किया जाता है। इन दवाओं में ट्राईसाइकलिक एंटीडिप्रेसेंट शामिल होता है, यह केमिकल यौगिक एंटीडिप्रेसेंट दवाओं और चयनात्मक सेरोटोनिन नोरेपिनेफ्रिने अवरोध निरोधक के रूप में इस्‍तेमाल केमिकल यौगिक हैं। यह प्रभावित दवाओं का एक वर्ग है जो ब्रेन के केमिकल सेरोटोनिन और नॉरपाइनफ्राइन को प्रभावित करता है।
धूम्रपान छोड़ने के लिए भी

स्‍मोकिंग सेहत के लिए हानिकारक है, यह सभी जानते हुए भी इसके चंगुल से निकल नहीं पाते हैं। लेकिन तनाव को दूर करने वाली दवा में ऐसे गुण पाये जाते हैं जो आपकी इस लत को छोड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं। वेलबर्टिन (Wellbutrin) और बुप्रोपियन (bupropion) ऐसी दवायें हैं जो डोपामाइन और नोरपाइनफ्राइन (norepinephrine) जैसे हार्मोंस पर काबू करने के अलावा धूम्रपान को छोड़ने में भी मदद करता है और इसे एफडीए ने भी धूम्रपानरोधी दवा के लिए प्रमाणित भी किया है।
याद्दाश्त के लिए भी

अवसाद को दूर करने वाली दवाओं में इतनी क्षमता होती है कि इसके प्रयोग से दिमागी बीमारियां भी दूर की जा सकती है। यह बच्‍चों और किशोरों के दिमाग में होने वाली समस्‍याओं को दूर करता है। यानी अगली बार जब भी एंडीडिप्रेसेंट का प्रयोग करें तो इसे केवल तनाव के लिए नहीं बल्कि इन दूसरे कारणों के लिए भी करें। Image Source : Getty