अंतर्मुखी (इंट्रोवर्ट) जीवन

सोशल नेटवर्किंग और नॉन स्टॉप संचार के आज के इस युग में एक अंतर्मुखी के रूप में जीवन जीना काफी मुश्किल होता है। अंतर्मुखी लोगों को अक्सर अपने आस-पास के लोगों के की अटपटे सवालों का जवाब देना पड़ता है। खासतौर पर हमारे देश भारत में तो, जहां हम किसी भी अलग से इंसान पर सवालों को शक के हथियारों से आक्रमण करने के लिए तैयार रहते हैं। वाकी ऐसे में किसी अंतर्मुखी व्यक्ति के लिए अपने हिसाब से जीवन जीना एक कठिन काम है। चलिये तो आज ऐसे ही कष्टप्रद बातों के बारे में बात करते हैं जो एक अंतर्मुखी व्यक्ति को अक्सर झेलनी पड़ती हैं। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
बार-बार हाल चाल पूछना

लोग आपसे बार-बार आपसे कुछ एक से सवाल पूछते हैं कि, क्या आप ठीक हैं? या क्या आप ठीक नहीं हैं? आप इतना कम क्यों बोलते हैं? केवल इसलिए क्योंकि आप उनके बोरिंग वर्तालाप में शामिल नहीं हो रहे हैं। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
रचनात्मक होते हैं

ऐसा अमूमन माना जाता है कि इंट्रोवर्ट व्यक्तित्व के लोग अधिक रचनात्मक होते हैं। लेकिन मनोवैज्ञानिक जोनाथन रॉन्च ने अपने शोध में माना है कि रचनात्मकता का अंतर्मुखी व बहिर्मुखी व्यक्तित्व के लोगों से कोई संबंध नहीं है। लेकिन उन्हें इस बात पर लगों की टिप्णियों का सामना करना पड़ता है। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
अजीब प्रतिक्रिया

जब आप किसी को बताते हैं कि आपने अपना वीकएंड घर पर किताबें पढ़ कर और फिल्में देखकर गुजारा है तो आपको लोग ऐसे देखते हैं कि आप इस ग्रह से हैं ही नहीं। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
जब आप किसी नए व्यक्ति से मिलते हैं

जब आप किसी नए व्यक्ति से मिलते हैं तो वह नया व्यक्ति आपकी इंट्रोवर्ट नेचर के चलते आपको "शर्म से भरा" और "सुरक्षित" मानता है। जो वास्तव में आप हैं नहीं। तो लोगों की इस प्रकार की गलत सोच इंट्रोवर्ट लगों को दुखी करती है। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
मां-बाप के सवाल

जब कभी भी आप कोई नई जोब या कॉलेज जॉइन करते हैं तो मां-बाप का पहला सवाल होता है कि क्या आपने कोई नया दोस्त बनाया कि नहीं? जबकि आपके लिए नई जगह जाते ही दोस्त बनाना जरूरी नहीं होता। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
निजरिये पर गलत राय

केवल इस लिए कि आपको यादृच्छिक चीजों के बारे में निरंतर बात करना पसंद नहीं, लोग य ह माल लेते हैं कि आपका चीजों को लेकर खुद का कोई नजरिया ही नहीं है। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
लोग नहीं समझते

लोगों इस बात को नहीं समझते कि हर वो इंसान जो ज्यादा बोलता है या हंसमुख है, केवल वो ही दिलचस्प नहीं होता है और वो इंसान जो शांत रहता है, वह बोरिंग नहीं होता। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
बदलता दौर

आजकल खुद की मार्केटिंग करना और हर जगह दिखाई देना जरूरी होता जा रहा है। आ पकी हर कदम पर एक्स्ट्रोवर्ट लोगों से तुलना करना आपके आत्मविश्वास को भी कम कर सकता है।courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
इंट्रोवर्ट बनाम एक्स्ट्रोवर्ट

जहां इंट्रोवर्ट लोग बेहद संवेदशील होते हैं, वहीं एक्स्ट्रोवर्ट लोगों में संवेदनशीलता कम होती है। उन्हें किसी काम के लिए प्रेरित करने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ता है। जहां एक्स्ट्रोवर्ट लोगों की इच्छाएं उनके पर्यावरण से जुड़ी होती हैं, वहीं इंट्रोवर्ट्स खुद से ही खुश होते हैं। courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images