चंदन के करामाती फायदे
चंदन का प्रयोग ना सिर्फ सौंदर्य समस्याओं के लिए किया जाता है बल्कि यह कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी निजात दिलाता है।

चंदन में एंटीबायोटिक तत्व तो होते ही हैं साथ ही ये अपने प्राकृतिक औषधीय गुणों के कारण कई रोगों से निजात दिलाता है। एक तरफ जहां यहां आपकी सौंदर्य समस्याओं का उपचार करता है वहीं दूसरी तरफ इसके प्रयोग से सिरदर्द,तनाव और दांत दर्द आदि से भी छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानें चंदन के स्वास्थ्य लाभ के बारे में-

चंदन में एंटीबायोटिक तत्व होते हैं, जो स्किन को किसी भी प्रकार के विषाणु से मुक्त कराता है। किसी भी तरह के फोडे-फुंसी, घाव आदि सभी को चंदन के नियमित प्रयोग से हटाया जा सकता है।

चेहरे पर कील-मुंहासों के बाद दाग-धब्बे रह जाते हैं तो चेहरे पर चंदन के लेप से साफ किया जा सकता है। चंदन का लेप कील-मुंहासों को ही ठीक नहीं करता, बल्कि स्किन को साफ और नमी प्रदान करता है। 1/2 चम्मच हलदी पाउडर, 1 चम्मच चंदन पाउडर मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इससे कम से कम 15-20 मिनट लगाए रखने से केवल कील-मुंहासे ही कम नहीं होते, इससे आपका चेहरा भी खिल जाता है।

शरीर के किसी भाग पर खुजली होने पर चंदन पाउडर में हल्दी और 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर लगाने से खुजली तो दूर हो जाएगी साथ में लालपन भी कम होता है। चंदन में कीटाणुनाशक विशेषता होने की वजह से यह हर्बल एंटीसेप्टिक है, इसलिए किसी भी प्रकार के छोटे घाव और खरोंच को ठीक करता है। यह जलने से हुए घाव को भी ठीक कर सकता है।

शरीर के किसी भाग का रंग काला पड़ गया हो तो 2 चम्मच बादाम का तेल, 5 चम्मच नारियल का तेल और 4 चम्मच चंदन पाउडर मिलाकर उस खुले भाग पर लगाएं। इससे कालापन तो जाएगा ही साथ ही स्किन चमकदार बनेगी।

चंदन का प्रयोग शरीर को दुर्गंध को दूर करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। हर रोज तो चंदन पाउडर को में पानी मिला कर शरीर पर लगाने से पसीना कम होगा। इससे आप घंटो तक खुद को तरोताजा महसूस कर सकते हैं।

चंदन पाचन क्रिया को ठीक करता है। चंदन का किसी भी रूप में प्रयोग गुणकारी होता है। चाहे आप इसको तेल, पाउडर, लकडी आदि किसी भी रूप में हो, चंदन शरीरिक प्रक्रिया का संतुलन बनाता है। साथ में स्नायुतंत्र और श्वसन प्रक्रिया को मजबूत बनाता है।

एंटीसेप्टिक तत्व होने के कारण चंदन का प्रयोग सूजन को कम करने के लिए किया जाता है। शरीर के कुछ खास हिस्सों जैसे गॉल ब्लैडर और जननांग में सूजन होने पर चंदन का प्रयोग करना अच्छा माना जाता है।

चंदन को आप कंडीशनर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बालों को मजबूत बनाता है साथ ही इसका प्रयोग बालों को चमक व पोषण देता है। नियमित प्रयोग से फर्क आपको खुद महसूस होगा।

एरोमाथेरेपी के दौरान चंदन के तेल का प्रयोग तनाव और थकान को दूर करने के लिए किया जाता है। तेल में मौजूद गुण मस्तिष्क में सिरोटोनिन का निर्माण करते हैं जिससे सकारात्मकता बढ़ती है और तनाव दूर होता है।

चंदन के तेल में मसूड़ों को मजबूत करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसलिए ज्यादातर दंत मंजनों में इसका प्रयोग किया जाता है। इससे दांत से संबंधित समस्याओं से भी बचा जा सकता है।
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