पोषण का खजाना है इमली, जोड़ों के दर्द और डायबिटीज में भी है फायदेमंद
खट्टी इमली न सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाती है बल्कि इसमें ढेर सारे पौष्टिक तत्व भी होते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इमली अलग-अलग प्रकार से दुनिया के लगभग हर हिस्से में दवा और खाने के रूप में प्रयोग की जाती है। इमली में प्रचुर मात्रा में विटामिन्स और

इमली में ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं। 100 ग्राम इमली में लगभग 239 कैलोरी ऊर्जा, 62.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.6 ग्राम वसा और 2.8 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके अलावा इसमें 628 मिलीग्राम पोटैशियम, 113 मिलीग्राम फॉस्फोरस, 92 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 74 मिलीग्राम कैल्शियम, 28 मिलीग्राम सोडियम, 2.8 मिलीग्राम आयरन और 0.1 ग्राम जिंक होता है। यानि इमली में वो सभी तत्व होते हैं, जिनकी हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए जरूरत होती है।

इमली में पोटैशियम की मात्रा भरपूर होती है। 100 ग्राम इमली में 628 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। इसलिए ये हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं से निपटने में भी आपकी मदद करती है। इमली से बने आहारों के सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी फ्री रेडिकल्स का असर कम करके दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

इमली का तेल शरीर में होने वाले दर्द और सूजन को कम करता है। इसके तेल से मसाज करने से जोड़ों के दर्द और गठिया में आराम मिलता है। इसके साथ ही इमली आंखों के लिए भी फायदेमंद है। ये आंखों की जलन और सूजन भी कम करता है।

इमली का सेवन आपका वजन घटाने में भी मददगार है। जब इमली को मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है, तो इसमें मौजूद हाइड्रॉक्सीसिट्रिक एसिड फैट को तेजी से बर्न करने में मदद करता है। इसलिए अगर आप वजन बढ़ने की समस्या से परेशान हैं, तो इमली से बनी डिशेज जैसे- चटनी, गोलगप्पे का पानी और सब्जी में डालकर इसका खूब सेवन करें।

इमली का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। इनमें मौजूद एंजाइम अल्फा-एमाइलेज शरीर में कार्बोहाइड्रेट का सोखा जाना कम करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों में ग्लूकोज और इंसुलिन का स्तर सामान्य होने लगता है। डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन की की है। इमली का सेवन शरीर में इंसुलिन की मात्रा को ठीक करता है।

इमली का सेवन आपके पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें ढेर सारे फाइबर होते हैं। फाइबर वाले आहारों के सेवन से आंतों में मौजूद गंदगी अच्छी तरह साफ हो जाती है और इससे पेट भी साफ होता है। जिन लोगों को मल त्याग के समय दर्द होता है उन्हें फाइबर वाले आहारों का सेवन जरूर करना चाहिए। फाइबर मल को मुलायम बनाता है।
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