लेफ्टी से संबधित तथ्य

सचिन तेंदुलकर और अमिताभ बच्चन का नाम सभी ने सुना है, अपने-अपने क्षेत्र में महारत हासिल करने वाले इन महान सख्सियतों में एक और समानता है। दोनों ही अपने काम के लिए बायें हाथ का प्रयोग करते हैं। साधारणत: हम अपने रोजमर्रा के काम करने के लिए अपने दाहिने हाथ का प्रयोग करते हैं। विश्व में 10 प्रतिशत लोग लेफ्ट हैंडेड होते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार बाएं या दाएं हाथ से काम करने के लिए सही मायनों में 'जीन' जिम्मेदार होते हैं।Image Source-Getty
लैफ्ट हैंड थिअरी

कुछ स्टडीज में यह बात साबित हुई है कि किसी का राइट हैंडर होना या लेफ्ट हैंडर होना मां के गर्भ में ही निर्धारित हो जाता है। उसे अपने पैरंट्स से एक खास तरह का जीन विरासत में मिला होता है। इसे लेफ्ट हैंडर जीन कह सकते हैं। हालांकि इस जीन के पीछे क्या कारण हैं, इस पर अभी रिसर्च किया जा रहा है। कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार हमारे दिमाग की व्यक्तिगत कार्यप्रणाली तय करती है कि कोई व्यक्ति राइट हैंडर होगा या लेफ्ट हैंडर या क्रॉस वायर्ड (दोनो हाथों से काम करने वाले लोग)।Image Source-Getty
खेल में होते हैं आगे

बाएं हाथ से काम करने वाले लोग दांए हाथ से काम करने वाले लोगों की तुलना में कम्प्यूटर गेम्स और खेलों में ज्यादा तेजी से काम करते हैं।पोलो जैसे कुछ खेलों में सुरक्षा की दृष्टि से बाएं हाथ वालों को नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं अन्य खेल जिनमें खिलाड़ी आमने-सामने होते हैं, जैसे बॉक्सिंग और टेनिस, उनमें बाएं हाथ से खेलने वालों को काफी फायदा मिलता है। क्योंकि राइट हैंडर्स की तुलना में लेफ्ट हैंडर्स सामने से अधिक प्रभावशाली तरह से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।Image Source-Getty
गणित और संगीत में बेहतर होते हैं

बाएं हाथ से काम करने वाले लोग, जिनके दिमाग का दाहिना भाग अधिक सक्रिय होता है, जिस वजह से वे अधिक रचनात्मक और तार्किक होते हैं। शोधकर्ताओं ने अपने शोध के आधार पर पाया कि संगीत और गणित जैसे विषयों में उनका मन अधिक लगता है और वे इन क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक अच्छा प्रदर्शन देते हैं।Image Source-Getty
डेथ पर एक बहुत बड़ा मिथक

डेथ पर एक बहुत बड़ा मिथक एक मिथक आम है कि दाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वालों से 9 साल ज्यादा जीते हैं। मगर यह मिथक पूरी तरह से गलत है। इस मसले पर अमेरिका में बाकायदा स्टडी की जा चुकी है। यह स्टडी वैज्ञानिक जर्नल्स नेचर और न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी थी। स्टडी करने वालों के अनुसार यह बिल्कुल सच नहीं है। इसमें कई ऐसे लोगों को शामिल किया गया जो दाएं हाथ या बाएं हाथ से काम करने वाले थे। इनमें से कइयों की डेथ हो चुकी थी। Image Source-Getty