दांतों में भरे जाने वाले अमल्गम के हैं नुकसान, जानें कैसे

दांतों में सड़न या खोखला होने के कारण दांतों में अमल्गम भरा जाता है, जिससे सड़ा हुआ दांत सामान्य दांत की तरह काम कर सके। लेकिन इसके नुकसान भी हैं।

Meera Roy
Written by:Meera RoyPublished at: Sep 13, 2016

अमल्गम फिलिंग के नुकसान

अमल्गम फिलिंग के नुकसान
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अमल्गम यानी धातुओं का मिश्रण। अब यह जानें कि इसकी दांतों में फिलिंग क्यों की जाती है? दांतों में सड़न या खोखला होने के कारण दांतों को भरा जाता है जिससे सड़ा हुआ दांत सामान्य दांत की तरह काम कर सके। आमतौर पर चिकित्सक अमल्गम मिश्रण का दांतों की फिलिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक यह सबसे आम मिश्रण है जिसे लगभग समूचे विश्व में उपयोग किया जाता है। इसे 150 सालों से दंत चिकित्सकीय जगत में इस्तेमाल किया जा रहा है। अमल्गम फिलिंग को सिल्‍वर फिलिंग के नाम से भी जाना जाता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले धातुओं में सिल्‍वर, मर्करी, टिन, तांबा और कुछ मात्रा में ज़िंक, इडियम और पैलाडियम शामिल हैं। सालों से फिलिंग के रूप में अमल्गम के इस्तेमाल पर वाद विवाद होता रहा है। असल में इसके पीछे छिपी वजह यह है कि अमल्गम में मर्करी का इस्तेमाल किया जाता है और मर्करी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

अमल्गम में मर्करी की उपयोगिता

अमल्गम में मर्करी की उपयोगिता
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मर्करी के इस्तेमाल के कारण ही फिलिंग में इस्तेमाल होने वाले धातुओं को आसानी से वश में किया जा सकता है। जब इसे एलाय पाउडर के साथ उपयोग किया जाता है यह बेहद मुलायम हो जाता है जिससे इसे दांतों के बीच घुसाना आसान हो जाता है। लेकिन इसका एक रिस्क यह भी है कि यह बहुत जल्दी हार्ड हो जाता है। मतलब यह कि यदि इसे निश्चित समय में दांतों के बीच न फंसाया गया तो इससे मरीज को भारी नुकसान हो सकता है। अमल्गम के धड़ल्ले से इस्तेमाल होने की एक वजह इसकी कम कीमत भी है। अन्य धातुओं से बने मिश्रण सामान्यतः महंगे होते हैं, जिसका खर्च उठाना सबके लिए संभव नहीं होता।

अमल्गम के खतरे

अमल्गम के खतरे
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चूंकि अमल्गम में मर्करी का इस्तेमाल किया जाता है तो इसके खतरे भी घातक हो सकते हैं। असल में मर्करी वातावरण में मौजूद धातु है। यह हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। लेकिन इसकी अति हम पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकती है। इसके अत्‍यधिक इस्तेमाल से याद्दाश्त कमजोर हो सकती है, अवसाद हो सकता है, सिरदर्द की स्थायी समस्या हो सकती है, बेचैनी बढ़ सकती है। वगैरह-वगैरह। तमाम अध्ययन इस सम्बंध में एक स्थायी नतीजों पर नहीं पहुंच पाए हैं। अब तक यह पता लगाना संभव नहीं हो पाया कि कितनी मात्रा में मर्करी हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है। माना जाता है कि इस मिश्रण में मर्करी का इस्तेमाल बहुत कम होता है ताकि इसके बुरे प्रभाव हमें नुकसान न पहुंचा सके।

अमल्गम से एलर्जी

अमल्गम से एलर्जी
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कुछ लोगों पर अमल्गम का बुरा असर पड़ता है जो कि एक एलर्जी की तरह उभरता है। जिन लोगों को मर्करी से जुड़े मिश्रण को लगाने में दिक्कतें आती हैं, उनके लिए अलग किस्म के मिश्रण बनाए जाते हैं। हालांकि कम मरीज ही अमल्गम के इस्तेमाल पर एलर्जी की शिकायत करते हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसान

गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसान
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यूं तो गर्भवती महिलाओं को किसी भी तरह के ट्रीटमेंट से दूर रहना चाहिए। लेकिन यदि गर्भावस्था में वे अमल्गम से दांतों में फिलिंग कराती हैं तो भी उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके दांतों में इस्तेमाल होने वाले फिलिंग में मर्करी धातु की मात्रा कम है। असल में मर्करी की अति उनके प्लेसेंटा से गुजर सकती है। यह उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सही नहीं है।

चिकित्सक क्यों रहते हैं सजग..

 चिकित्सक क्यों रहते हैं सजग..
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दंत चिकित्सकों को अमैल्गम का इस्तेमाल करते हुए सजग रहना होता है। असल में इसके पीछे एक वजह यह है कि वे रोजाना कई मरीजों के दांतों में फिलिंग करते हैं। कैविटी सबसे आम समस्याओं में से एक है। ऐसे में अमैल्गम का वे धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। लेकिन दंत चिकित्सकों को यह सुनिश्चित करना होता है कि कहीं अमैल्गम के जरिये उनके शरीर में अतिरिक्त मर्करी न घुस जाए। ऐसे में यदि वे सजग नहीं रहेंगे तो मर्करी उनके जीवन को नष्ट कर सकती है।Image Source: Getty

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