सर्दी में दमा और खांसी

सर्दी होने से हमारी नाक गला सभी बंद हो जाता है और हमें सांस लेने तक में कठिनाई होती है| कई बार सर्दी तो ठीक हो जाती है, लेकिन खांसी पीछा नहीं छोड़ती, और ये खांसी बिना कफ के सूखी होती है| दमा के रोगियों को भी सर्दी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन अलसी की चाय के सेवन से आप इस परेशानी से बच सकते है। Image Courtesy : Getty Images
अलसी के गुण

अलसी में विटामिन बी एवं कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, लोहा, जिंक, पोटेशियम आदि खनिज लवण होते हैं।अलसी में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 नाम के अम्ल होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार अलसी के बीज वात, पित्त और कफ को संतुलित करते हैं। खाँसी होने पर अलसी की चाय पीएं। सर्दी, खाँसी, जुकाम, दमा आदि में यह चाय दिन में दो-तीन बार सेवन की जा सकती है।Image Courtesy : Getty Images
अलसी की चाय

एक चम्मच अलसी पावडर को दो कप (360 मिलीलीटर) पानी में तब तक धीमी आँच पर पकाएँ जब तक यह पानी एक कप न रह जाए। थोड़ा ठंडा होने पर शहद, गुड़ या शकर मिलाकर पीएँ। दमा रोगी एक चम्मच अलसी के पाउडर को आधा गिलास पानी में 12 घंटे तक भिगो दे और उसको सुबह-शाम छानकर सेवन करे तो काफी लाभ होता है। गिलास काँच या चाँदी का होना चाहिए। पानी को उबालकर उसमें अलसी पाउडर मिलाकर चाय तैयार करें। Image Courtesy : Getty Images
सर्दी में अलसी के अन्य फायदे

अलसी में कुछ मात्रा में चीनी, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, लोहा, जिंक फॉस्फोरस भी पाया जाता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल व सोडियम की मात्रा अत्यंत कम तथा रेशे की मात्रा प्रचुर होती है। अलसी में पाए जाने वाले ये तत्व कैंसररोधी हार्मोन्स को प्रभावी बनाते हैं, विशेषकर पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर व महिलाओं में स्तन कैंसर की रोकथाम में अलसी का सेवन कारगर है।रक्त में शर्करा तथा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। जोड़ों का कड़ापन कम करता है।Image Courtesy : Getty Images
सावधानी

किसी भी अन्‍य खाद्य पदार्थ की तरह अलसी का अधिक सेवन भी आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बुरा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित रूप से अलसी के केवल दो चम्‍मच का ही सेवन करना चाहिए। यानी इसकी लगभग 30 से 60 ग्राम मात्रा तक प्रतिदिन ली जा सकती है। Image Courtesy : Getty Images