अगेती के पत्तों के फायदे

अगेती एक औषधीय पौधा है। जो सामान्य कद का होता है। इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस पौधे के फूल, पत्ते और छाल का मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है। इसमें शरीर के लिए तकरीबन सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसका प्रयोग इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर कैंसर से बचाव करने में भी किया जाता है। चलिए जानते हैं अगेती के पत्ते किन समस्याओं को दूर करने में काम आते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार

अगेती के पत्तों में मुख्य रूप से एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें थियामिन, नियासिन, मिनिरल्स, विटामिन सी और प्रोटीन आदि की मात्रा पाई जाती है। यह आपके इम्यून सिस्टम की प्रक्रिया को बढ़ाने में मददगार होते हैं। यह आपके डीएनए को नुकसान पहुंचने से बचाने में भी सक्षम होते हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद

अगेती के पत्ते आपको डायबिटीज से भी दूर रखने में फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। यही नहीं इसमें मौजूद तत्व आपके पैनक्रियास की डैड या फिर डैमेज्ड सेल्स को रिपेयर कर शरीर में ब्लड शुगर लेवल को भी कम करते हैं। इसमें पाए जाने वाले फ्लेवेनॉइड्स आपके इंसुलिन और मेटाबॉलिज्म के स्तर को सुधारते हैं और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को भी कम करते हैं।
कैंसर से करे बचाव

आयुर्वेद के अनुसार अगेती के पत्ते कैंसर से लड़ने में भी मददगार होते हैं। इसके उपयोग से आपकी शरीर में कैंसर और ट्यूमर को बढ़ावा देने वाली कोशिकाएं बढ़ने की बजाय नषट होने लगती हैं। इसके पावरफुल एंटी ऑक्सीडेंट्स आपके कैंसर होने के खतरे को भी काफी हद तक कम करते हैं। यही नहीं यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी सहायक होते हैं।
वजन कम करने में मददगार

गलत और असंतुलित खान-पान के चलते वजन बढ़ना एक आम समस्या हो गई है। इससे बचने के लिए आप अगेती के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। शरीर में फोलेट की कमी के कारण वजन बढ़ सकता है। वहीं इसमें फोलेट की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो वजन कम करने में सहायक होती हैं। इसके लिए आप अगेती के पत्तों का काढ़ा बनाकर उसका रस पीएं।
बुखार

आयुर्वेद के अनुसार बुखार में अगेती का सेवन करना किसी पावरफुल औषधी से कम नहीं है। घरेलू नुस्खे के तौर पर इसका सेवन करने से बुखार आसानी से कम हो जाता है। इसके एंटी वायरल गुण आपके बुखार पर जल्दी प्रतिक्रिया करते हैं। इसके लिए आप अगेती की छाल का भी प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही इसके पत्तों का काढ़ा इसमें अधिक फायदेमंद होता है।
हड्डियों की कमजोरी दूर करे

अगेती के पत्तों को हड्डियों के लिए रामबाण माना जाता है। इन पत्तों के सेवन से हड्डियां प्राकृतिक रूप से मजबूत होती हैं। वहीं इससे ओस्टियोपोरोसिस और अर्थराइटिस आदि जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन और थियामिन पाए जाते हैं, जो हड्डियों में आई कमजोरी को दूर करने के साथ ही बोन मिनिरल डेंसिटी भी बढ़ाते हैं।
सर्दी जुकाम

सर्दी जुकाम एक बेहद आम समस्या है। अगर तमाम घरेलू नुस्खों के प्रयोग के बाद भी आपकी सर्दी और जुकाम ठीक नहीं हो रहा है तो आप अगेती के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालें और पिएं। इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए जुकाम जैसी समस्याओं में जल्दी प्रतिक्रिया करती है।
आलस दूर करे

आयुर्वेद में ऐसी तमाम जड़ी बूटियां हैं, जो आपमें उर्जा का संचार भरने के लिए काफी हैं। अगर आपको हर समय सुस्ती और आलस महसूस होती है तो अपने आयुर्वेदाचार्य से इसकी मात्रा पूछ इसका सेवन करें। इससे आपका मूड अच्छा रहेगा। हर समय एनर्जेटिक महसूस करेंगे साथ ही सुस्ती और आलस नहीं होगा।
प्रयोग करने का तरीका

अगेती के पत्तों को अगल-अलग तरीकों से समस्याओं के अनुसार प्रयोग किया जाता है। हालांकि सबसे अधिक इस्तेमाल इसके पत्तों के रस और इसके पत्तों को उबालकर बनाए गए काढ़े का किया जाता है। आप चाहें तो इसकी पत्तियों को सब्जी में भी डालकर खा सकते हैं। सिर दर्द और डायरिया आदि जैसी कुछ समस्याओं में इसे पीसकर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।