Navratri Vrat 2020: इस नवरात्रि व्रत में ध्यान रखें खानपान से जुड़ी ये 9 जरूरी बातें, रहेंगे फिट और एक्टिव
Navratri Vrat 2020: अगर आप नवरात्र के व्रत के दौरान सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो जरूरी कि आप इन जरूरी टिप्स का ध्यान रखें।

उपवास अगर नियमों का पालन कर रखे जाएं तो ये सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि हम नवरात्र के व्रत के दौरान कुछ खास बातों का खयाल रखें। इस दौरान हमें आहार के साथ-साथ अपने व्यवहार को लेकर भी सादगी का परिचय देना चाहिए। व्रत का अर्थ यह नहीं कि अन्न त्याग दिया और चिप्स आदि का सेवन बढ़ा दिया। इससे आपको कुछ और मिले न मिले लेकिन बीमारियां जरूर मिल सकती हैं। ऐसे में अगर आप नवरात्र के व्रत के दौरान सेहतमंद रहना चाहते हैं,तो जरूरी कि आप इन जरूरी टिप्स का ध्यान रखें-

एक उपयुक्त नवरात्र आहार में तमाम तरह के पोषक तत्वों का होना जरूरी होता है। एक आहार में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल होने चाहिए। अगर आप व्रत के दौरान किसी विशेष पोषक तत्व की अनदेखी करेंगे तो इसका असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है।याद रखिए सेहतमंद रहने के लिए आहार का सही होना बहुत जरूरी है।

दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीने से करें। इससे आपका सिस्टम डिटॉक्सीफाई होता है। और आप स्वयं को अधिक स्वस्थ महसूस करते हैं। गुनगुना पानी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त बनाए रखने में मदद करता है। नवरात्र में क्योंकि आप कम मात्रा में भोजन करते हैं, इसलिए पाचन क्रिया का सही रहना बहुत जरूरी है।

आप पपीता, सेब, नाशपाती और अनार जैसे फलों का सेवन करें। इससे आपको उचित मात्रा में पौष्टिक तत्व तो मिलेंगे ही साथ ही आपको भूख भी कम लगेगी। पपीते को वैसे भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह सुपाच्य होता है और शरीर को जरूरी ऊर्जा भी प्रदान करता है।

रात को बादाम भिगोकर रखें सुबह उसी बादाम को खा लें। इससे आपके मिनरल की पर्याप्त मात्रा मिल जाएगी। बादाम में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की विषैले पदार्थों को भी बाहर निकालने में मदद करता है।

फुल क्रीम दूध और पनीर आदि का अधिक सेवन करने से बचें। यह आपको आलसी और थका हुआ बना सकता है। इसके साथ ही ये खाद्य पदार्थ आपका वजन भी बढ़ा सकते हैं। इस दौरान सादे भोजन का सेवन आपके लिए फायदेमंद होता है। अधिक गरिष्ठ भोजन आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

अगर इस दौरान टमाटर, सेब और अदरक का जूस बनाकर पिया जाए। इन सब पदार्थों में भारी मात्र में विटामिन ए, बी और सी मौजूद होता है। इसके साथ ही इनमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है। सब्जियों का यह जूस शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होने देता।

उपवास का अर्थ अन्न का त्याग हो सकता है, लेकिन पोषक तत्वों का नहीं। ज्यादा देर तक भूखे रहना आपकी सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। अगर आपको एसिडिटी या सीने में जलन जैसी समस्यायें हैं, तो आपको अधिक देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए। जरूरी है कि आप थोड़ी-थोड़ी देर बाद उपवास में फलादि का सेवन करते रहें।

उपवास रखने से पहले अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखें। अगर आपको किसी भी प्रकार का संशय है, या आप पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो उपवास रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। गर्भवती महिलाओं को भी व्रत नहीं रखना चाहिए। सेहत को दरकिनार कर उपवास रखने से आपको गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

अगर आप शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय हैं तो आपको व्रत नहीं रखना चाहिए। शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय लोगों को अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है। ऐसे में अगर वे व्रत रखते हैं, तो इसका विपरीत असर उनके शरीर के अंगों पर पड़ता है। व्रत रखने से उनकी कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है।
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