अद्भुत लाभों से भरपूर ऑयल पुलिंग

पारंपरिक आयुर्वेद में दांतों, जीभ और मुंह के भीतरी हिस्से को स्वस्थ रखने के लिए ऑयल पुलिंग का इस्‍तेमाल लगभग 3 हजार से अधिक वर्षों से किया जा रहा है। साथ ही यह कई प्रकार के अद्भुत लाभों से भरपूर है। इसमें तिल, जैतून या नारियल का तेल लेकर मुंह में घुमाया जाता है। 10-15 मिनट बाद जब तेल पतला हो जाता है तो इसे थूक दिया जाता है और मुंह अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है। इसे करते समय ध्‍यान रखें कि तेल को निगले नहीं क्‍योंकि इससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस, कवक और अन्य विषाक्त पदार्थों होते हैं। ऑयल पुलिंग से मुंह के बैक्टीरिया नष्ट और दांतों की सेंसिटिविटी कम होने के साथ-साथ यह थेरेपी सिरदर्द, ब्रोंकाइटिस, दांतदर्द, अल्सर, पेट, किडनी, आंत, हार्ट, लिवर, फेफड़ों के रोग और अनिद्रा में भी राहत देती है।Image Source : pinimg.com
शरीर को डिटॉक्स करें

कीटाणुऔं और विषाक्‍त पदार्थों के कारण शरीर में सूजन होने से विभिन्‍न रोग और बीमारियां हो सकती है। मुंह शरीर में संक्रमण का प्रवेश द्वार है। यह विषाक्त पदार्थ आहार योजकों, मिठास, दवाओं, वायु प्रदूषण आदि से आपके शरीर में प्रवेश करते हैं। लेकिन ऑयल पुलिंग विषाक्‍त पदार्थों के स्रोत को समाप्‍त कर इनके प्रसार को रोकता है। इसका मतलब ऑयल पुलिंग से आपका शरीर प्रभावी ढंग से डिटॉक्‍सफाई हो जाता है। Image Source : Getty
ऊर्जा के स्तर में वृद्धि

जब प्रतिरक्षा प्रणाली को शरीर से विषाक्त पदार्थों और परजीवी को खत्म करने की आवश्यकता होती है, तो एनर्जी का स्तर कम होने लगता है। लेकिन ऑयल पुलिंग आपके शरीर से काम का बोझ कम कर देता है। इससे एनर्जी के स्‍तर में वृद्धि हो जाती है और विषाक्‍त पदार्थों को हटाने के लिए अथक काम करने की अपेक्षा शरीर के विभिन्‍न अंग अपने अनुसार कार्य करने में सक्षम हो जाते है। Image Source : Getty
सिरदर्द रोकें

शरीर के विषाक्‍त पदार्थों की उपस्थिति के कारण जबरदस्‍त तनाव में आने से सिरदर्द और माइग्रेन की समस्‍या होती है। यह आपके शरीर का यह बताने का तरीका है कि आपको ज्‍यादा आराम की जरूरत है। लेकिन जब आप शरीर से बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक विषाक्त पदार्थों को खत्म करने के लिए ऑयल पुलिंग का उपयोग करते हैं, तो यह सिरदर्द और माइग्रेन को कम कर देता है। Image Source : Getty
हार्मोनल संतुलन बनाये रखें

शरीर में विषाक्‍त पदार्थों की मौजूदगी, आपके हार्मोंन को नकारात्‍मक रूप से प्रभावित करती है। और बाहरी तत्‍वों से मुकाबला करने के कारण वह अपने अनुसार व्‍यवहार करने में असमर्थ हो जाते है। लेकिन इन बाहरी तत्‍वों के हटने पर उनका संतुलन बरकरार रहता है और वे अपनी क्षमता के अनुसार कार्य करने में सक्षम हो जाते हैं। और ऑयल पुलिंग इसमें आपकी मदद करता है। Image Source : Getty
त्वचा को साफ करें

बैक्‍टीरिया, वायरस, कवक और अन्‍य परजीवी और विषाक्‍त पदार्थों के खून में प्रवेश करने पर आपकी त्‍वचा को नुकसान होता है। और आपकी त्‍वचा चमकहीन हो जाती है। लेकिन जब आप ऑयल पुलिंग करते हैं तो यह हानिकारक तत्‍व खून में मिलने से पहले बाहर समाप्‍त हो जाते हैं और आपकी त्‍वचा स्‍वस्‍थ रहती है और त्‍वचा की विभिन्‍न प्रकार की समस्‍याओं को भी रोका जा सकता है। Image Source : Getty
दांतों को मोतियों सा चमकाये

अब आपको दांतों की सफेदी के लिए केमिकल से भरे स्ट्रिप्‍स का इस्‍तेमाल करने की जरूरत नहीं है। ऑयल में मौजूद प्राकृतिक एंटीबैक्‍टीरियल और एंटीबायोटिक गुण आपके दांतों को साफ कर, दांतों में मोतियों सी चमक लाता है। 2 हफ्ते नियमित रूप से ऑयल का इस्‍तेमाल कर आप खुद ही फर्क महसूस करने लगेंगे। Image Source : Getty
ओरल हेल्थ के लिए अच्छा

ऑयल पुलिंग, आपके दांतों को सफेद बनाने के साथ मुंह के बैक्‍टीरिया, कवक और विषाक्‍त पदार्थों से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। साथ ही यह कैविटी, सांसों की दुर्गंध और मसूड़ों से खून आने की समस्‍या से भी बचाता है। प्‍लॉक के कारण होने वाली मसूड़ों की सूजन जैसी अन्‍य ओरल समस्‍याओं से भी बचाता है। संक्षेप में, ऑयल पुलिंग ओरल हेल्‍थ के लिए अच्‍छा होता है। Image Source : Getty