सुनने की क्षमता कम होने से बचाते हैं ये सात आहार
अधिक समय तक ऊंचा संगीत सुनने या बहुत अधिक शोर वाली जगह पर अधिक समय व्यतीत करने से व्यक्ति की सुनने की क्षमता कम होने लगती है। लेकिन अपनी दिनचर्या में संतुलित आहार को शामिल कर इस समस्या को रोका जा सकता है।

आधुनिक जीवन में आने वाले परिवर्तन विशेष रूप से इयरफोन पर लगातार सुने जाने वाले संगीत के कारण लोगों में सुनने की क्षमता कम होती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक समय तक ऊंचा संगीत सुनने या बहुत अधिक शोर वाली जगह पर अधिक समय व्यतीत करने से व्यक्ति की सुनने की क्षमता कम होने लगती है। लेकिन अपनी दिनचर्या में संतुलित आहार को शामिल कर इस समस्या को रोका जा सकता है। image courtesy : getty images

सामन, ट्यूना, ट्राउट या सार्डिन में आमतौर पर उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। सुनने की क्षमता कम होने पर इसके अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते है। अध्ययन से पता चला है, कि सप्ताह में दो बार मछली खाने वाले वयस्कों में मछली ना खाने वालों की तुलना में उम्र से संबंधित सुनवाई हानि का सामना 42 प्रतिशत तक कम होता है। शोधकर्ताओं का दावा है, कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ओमेगा-3 फैटी एसिड कान के संवेदी प्रणाली में रक्त वाहिकाओं को मजबूत करती है। मछली आपके कान की अच्छी मित्र है। image courtesy : getty images

एंटीऑक्सीडेंट का नियमित सेवन, विशेष रूप से पालक, शतावरी, सेम, ब्रोकोली, अंडे, जिगर या नट्स में पाया जाने वाला फोलिक एसिड सुनने की क्षमता की हानि के जोखिम को कम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट कान के भीतरी ऊतकों को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कण को रोकने में मदद करता है। image courtesy : getty images

नट, विशेष रूप से बादाम, काजू और मूंगफली, साथ ही दही, आलू और केले मैग्नीशियम के बहुत अच्छे स्रोत है। अध्ययन के अनुसार, यह सुनने की क्षमता कम होने का आम प्रकार यानी शोर प्रेरित सुनने की हानि (एनआईएचएल) को रोकने में मदद करता है। image courtesy : getty images

आप जिंक की स्वस्थ खुराक लेकर, उम्र के कारण होने वाले सुनने की क्षमता में कमी को आसानी से रोक सकते हैं। यह कानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जिंक समुद्री भोजन जैसे कस्तूरी, केकड़ा और झींगा और साथ ही पनीर और डार्क चॉकलेट में पाया जाता है। image courtesy : getty images

एंटीऑक्सीडेंट की तरह विटामिन सी/ई मुक्त कणों की देखभाल करता है, और आपकी समग्र प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। इस प्रकार से यह कान में होने वाले संक्रमण के जोखिम को कम करता है। यह विटामिन आपको आसानी से सब्जियों (जैसे शिमला मिर्च) और फल (जैसे संतरे) में मिल जायेगें। image courtesy : getty images

विटामिन डी, प्राकृतिक रूप से बहुत कम खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, लेकिन वजन नियंत्रण से हड्डी गठन को लेकर स्वास्थ्य के कई पहलुओं में महत्वपूर्ण होता है। अभी हाल ही में हुए अध्ययन से पता चला है कि यह सुनने की क्षमता के नुकसान की रोकथाम में भी सहायता करता है। विटामिन डी में विद्यमान एंटी इंफ्लेमेटरी गुण कान में मौजूद छोटी हड्डियों को मजबूत बनाते है। विटामिन डी आपको सूरज की रोशनी, मशरूम, माइक्रोएलगी, और लाइकेन से मिलता है। image courtesy : getty images

अल्फा लिपोइक एसिड एक एंजाइम और एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर में थोड़ी मात्रा में बनता है और हमारे खाद्य पदार्थों से थोड़ी मात्रा में मिलता है। यह मुक्त कणों के नुकसान से सुनने की क्षमता का बचाव करता है, तंत्रिका तंत्र के कार्य का समर्थन करता है और भीतरी कान के बालों की कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया उत्पन्न में मदद करता है। यह पालक, मीठे आलू, और ब्रोकोली में पाया जाता है। image courtesy : getty images
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