वजन बढ़ाने में मददगार हर्ब्स

आयुर्वेद के अनुसार जिन लोगों को वात दोष (पेट की बीमारी) होता है उनका स्वास्‍थ्‍य हमेशा खराब रहता है। खान-पान में अनियमितता के चलते शरीर में कम कैलोरी जाती है और मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। जिससे वजन नहीं बढ़ता। लेकिन हमारी प्रकृति में कई ऐसी जड़ी बूटियां मौजूद हैं जिनके सेवन से भूख बढ़ने से वजन बढ़ने लगता है। शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए आयुर्वेदिक पद्धति का प्रयोग बहुत पहले से किया जा रहा है। इन जड़ी-बूटियों में बहुत से गुण होते हैं और शरीर पर इनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।
कैमोमाइल

कैमोमाइल के सेवन से भूख बढती है। कैमोमाइल का सेवन करने से खाना अच्‍छी तरह से पच जाता है। इसके अलावा कैमोमाइल कैंसर के रोगियों के लिए भी बहुत ही कारगर औषधि है। पतले लोगों के लिए यह औषधि बहुत ही उपयोगी है। इसे खाने से दिमागी चिंता और तनाव भी समाप्त होता है। इसके सेवन से कुछ ही दिनों में आपको परिवर्तन दिखने लगता है।
किरात

वजन बढ़ाने के लिए किरात बहुत ही अच्छी औषधि है। हालांकि यह खाने में थोड़ी कड़वी होती है। लेकिन इसके सेवन से भूख बढ़ती है। इसके अलावा पेट की समस्या जैसे – अपच या अन्य विकार इससे समाप्त होते हैं। किरात का प्रयोग छोटी आंत के एंजाइमों में स्राव, गैस्ट्रिक स्राव और पित्त की समस्या के लिए प्रयोग किया जाता है।
सिंहपर्णी जड़

सिंहपर्णी जड़ एक अच्‍छा हर्बल सप्‍लीमेंट है। इसका इस्‍तेमाल पाचन को बढ़ावा देने और भूख को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह लीवर और गॉलब्‍लैडर की समस्‍याओं के इलाज में मदद करती है। सिंहपर्णी का इस्‍तेमाल आप चाय के रूप में कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए एक कप पानी में सिंहपर्णी पाउडर को मिलाकर लगभग पांच मिनट के लिए उबालें। अब आप इसमें दालचीनी और मीठा करने के लिए शहद भी मिला सकते हैं।
शरीफा

कस्टर्ड एप्पल वजन बढ़ाने के लिए एक उपयुक्त जड़ी-बूटी है। यह अपने शीतल प्रभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। इसमें मौजूद गुण आपको गंभीर बीमारियों से भी बचाते हैं। यह आसानी से हजम होनेवाला और अल्सर व अम्ल पित्त के रोग में ज्यादा लाभकारी होता है। शरीफा उन लोगों के लिए फायदेमंद हो जो वजन बढ़ाने के इच्छुक हैं। नियमित रुप से शरीफ में शहद मिलाकर इसका सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। शरीफा का प्रयोग स्मूदीज, डेजर्ट और आइसक्रीम में भी किया जाता है।
अश्वगंधा

अश्‍वगंधा लोकप्रिय भारतीय जड़ी-बूटी है। यह एक रसायन या टॉनिक है जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। इसे खाने से भूख बढती है और पाचन क्रिया अच्छी होती है। यह तनाव समाप्त करता है। एक स्वस्थ और सेहतमंद आहार के साथ इसके सेवन से सकारात्‍मक रूप से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है।
शतावरी कल्प

शतावरी बहुत पहले से महत्‍वपूर्ण औषधि के रूप में प्रयोग की जा रही है। इसका प्रयोग कई प्रकार के रोगों में किया जाता है।यह मोटापा बढाने के लिए बहुत ही फायदेमंद जडी-बूटी है। इसका सेवन करने से प्रजनन करने वाले अंग और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। शतावरी कल्प आंखों को रोशनी भी बढती है।