जरूरी है दांतों की देखभाल

उम्र बढ़ने के साथ शरीर कमजोर होने लगता है और कई तरह समस्याएं होने लगती हैं। उम्र बढ़ने के साथ आंखों की समस्या ज्यादा होती है। इसके अलावा दांत कमजोर होने लगते हैं और अगर ध्यान न दिया जाए, तो दांत गिरने भी लगते हैं। क्या आप जानते हैं दांत हड्डियों के नहीं बने होते बल्कि ये कठोर और विभिन्न घनत्व के ऊतकों से बने होते हैं। ये मसूड़ों से जुड़े होते हैं और देखभाल के अभाव में कमजोर होने लगते हैं। इसलिए दांतों की देखभाल बहुत जरूरी है। सांस की बदबू हो या फिर मसूड़ों की समस्या हो, नजरअंदाज न करें। आइए हम आपको बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ दांतों से सबंधित किन बातों की जानकारी आपको होनी चाहिए।
मुंह स्वास्थ्य और दिल की बीमारियां

आप शायद इसके बारे में सोच नहीं सकते, क्योंकि दांत तो मुंह के अंदर होते हैं और दिल सीने में। लेकिन यह हकीकत है कि मुंह संबंधित बीमारियां आपके दिल को भी प्रभावित करती हैं। कई शोधों में भी इस बात का खुलास हो चुका है। मुंह में किसी कारण अगर सूजन हो जाए, खासकर दांतों के कारण अगर मसूड़ों में सूजन हो, तो यह धमनियों तक फैल जाती है। इसके कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ता है। इसके कारण गठिया और अल्जामइर भी हो सकता है।
मुंह सूखने न दें

मुंह में मौजूद सलाइवा दांतों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करता है। लेकिन अगर मुंह सूखा रहे, तो दांतों और मसूड़ों के बीच मौजूद ये सलाइवा समाप्त हो जाता है, जिसके कारण दांत कमजोर होने लगते हैं। चूंकि इस समय इंसान कई दवाओं का सेवन करता है, जिससे मुंह सूखता है। ऐसे में अधिक से अधिक पानी पिएं, खासकर रात में सोते वक्त पानी साथ रखकर सोएं।
अच्छा टूथब्रश प्रयोग करें

दांतों को स्वास्थ रखने में टूथब्रश की भूमिका भी बहुत अहम होती है। टूथब्रश अगर अच्छा हो, तो दांतों की सफाई भी अच्छे से होती है, लेकिन अगर खराब गुणवत्ता वाला ब्रश हो, तो इससे मसूड़ों को भी समस्या हो सकती है। इसलिए हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला ब्रश ही खरीदें।
फ्लोराइड की मात्रा बढ़ाएं

दांतों को स्वस्‍थ रखने और कैविटी से बचाने में फ्लोराइड की भूमिका बहुत अहम होती है। इसके अलावा फ्लोराइड एनामेल बनाने में भी मदद करता है। इसलिए फ्लोराइडयुक्त टूथपेस्ट का प्रयोग करें। फ्लोराइडयुक्त माउथवॉश भी आता है, आप उनका भी प्रयोग कर सकते हैं।
खानपान का ध्यान रखें

आप जो भी खाते हैं दांतों को स्वस्थ रखने में उनकी भूमिका बहुत अहम होती है। आहार में मौजूद विटमिन डी और कैल्शियम दांतों को मजबूत बनाता है, इसलिए ऐसे आहार का सेवन करें, जिसमें इनकी मात्रा अधिक हो। इसके अलावा शुगर का सेवन कम करें, क्योंकि अधिक शुगर कैविटी का कारण बनता है।
डेंटिस्ट के पास जाएं

उम्र चाहे जो हो, नियमित रूप से दांतों की जांच कराना बहुत जरूरी है। कई बार हमको लगता है कि हमारे दांत मजबूत हैं, लेकिन इसमें मौजूद गंदगी धीरे-धीरे इसे कमजोर बना देती है। माउथ कैंसर के लक्षण मुंह में नहीं दिखाई देते हैं। इसलिए साल में एक बार डेंटिस्ट के पास जरूर जाएं और दांतों में किसी तरह की समस्या हो, तो नजरअंदाज न करें।