जिंदगी और उसकी प्लानिंग

बाबा मोशाय जिंदगी बड़ी नहीं, लम्बी होनी चाहिए...। ये एक वाक्य आज के युवाओं का सबसे ज्यादा पसंदीदा वाक्य है जिसके आधार पर युवा अपनी पूरी सैलरी मस्ती करने और घूमने-फिरने में लुटा देते हैं। फिर भविष्य का क्या? ना ना... ये ज्ञान देने या प्रवचन देने जैसा नहीं है। ये सही बात है जिसके लिए हर किसी को तैयार होना चाहिए। इस तैयार के लिए जरूरी है कि ये 6 फाइनेंशियल फैसले आपको तीस साल से पहले ले लेने चाहिए। क्योंकि शौक पूरा करना अलग बात है और जरूरतों को पूरा करना अलग बात। खासकर तो जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी प्लानिंग होनी जरूरी है। सो ये 6 फैसले लें और आज से ही शुरू कर दे इनकी प्लानिंग -
भविष्य के लिए पैसे बचाएं

काल करे सो आज कर, आज करे सो अब... ये एक वाक्य पढ़ाई तक ही अच्छी लगती है। इसे बेकार के मौज-मस्ती के लिए प्रयोग ना करें क्योंकि जवानी बीतने में औऱ बुढ़ापा आने में देर नहीं लगती। ऐसे में जरूरी है कि बुढ़ापे कि लए पैसे अभी से बचाना शुरू कर दें। इसका एक फायदा भी है। कम उम्र में पैसे जमा करने से कंपाउंड इंटरेस्ट के तहत इस रकम पर मिले ब्याज पर भी साल दर साल ब्याज मिलेगा। ज्यादा नहीं, केवल हर महीने एक हजार रुपये बचाइए। इससे ये कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ आपकी रिटायरमेंट तक यह राशि खासी बड़ी हो जाएगी।
घर हो अपना

अपना घर, अपना होता है और किराये का घर किराये का। अभी आप कमा ले रहे हैं तो किराये के घर में रह ले रहे हैं। लेकिन बुढ़ापे में क्या? अगर बच्चों ने नहीं पाला तो? ऐेसे में यही सही रहेगा कि 30 साल के होने से पहले ही आप ये फैसला कर लें कि आपको ताउम्र किराये के घर में रहना है या अपने खुद के घर में। अच्छा हो कि पैसे जमा कर होमलोन पर बनने वाली ईएमआई पर घर लें और किराये के पैसे वहां दें। इससे ईएमआई या किराया ही कह लें, जो खत्म होने के बाद घर आपका होगा।
कर लें इंश्योरेंस प्लान

जीवन बीमा निगम आज सबसे अधिक फायदेमंद चीज, लोगों के लिए साबित हो रही है। ऐसे में आपके लिए सही रहेगा कि 30 साल होने से पहले अपना जीवन बीमा करा लें। बीमा कराने के साथ याद रखें कि जीवन बीमा, निवेश से ज्यादा खर्च है। ऐसे में कम रिटर्न वाली योजनाओं के झांसे में आने से बचें और रिसर्च के बाद ही कोई बीमा कराएं। साथ ही मेडिकल इंश्योरेंस भी जरूर कराएं। क्योंकि भविष्य में कभी भी दुर्घटना होने पर आपका मेडिकल इंश्योरेंस से, आपके अस्पताल और दवाईयों का खर्चा निपट जाएगा।
आपातकालीन फंड जोड़ें

बुरा वक्त कभी बोल कर नहीं आता। खासकर तो आज के प्राइवेट जॉब का तो कोई भरोसा नहीं। ऐसे में जॉब जाने पर दर-दर भटकने और हाथ फैलाने से बचना चाहते हैं तो हमेशा 3 से 6 महीने की सैलरी इमर्जेंसी के लिए बचा कर रखें। इसे आपातकालीन फंड कहते हैं। इससे फायदा आपको ही होगा। आप समय आने पर अच्छी जॉब पाने के लिए अपनी वर्तमान की जॉब बेझिझक छोड़ सकते हैं। बेरोजगारी के दिनों में आपको किसी पर आश्रित भी नहीं होना पड़ेगा।
करियर संवारें

25 साल तक अच्छी नौकरी खोजने की जद्दोजहद होती है। इस उम्र में आने तक आपने कई सारे जॉब बदल दिए होंगे। लेकिन अब बस। क्योंकि 25 की उम्र होने पर जरूरी है कि अब करियर संवार लें। ऐसे में जरूरी है कि 30 के होने से पहले ऐसा करियर खोज लें जिससे आप संतुष्ट हों और जहां आपकी सिक्योरिटी की गारंटी हो। साथ ही 25 के होने पर अपनी जिंदगी, सोच, खर्चों औऱ निवेश में भी ठहराव लाने की कोशिश करें।
फैमिली प्लानिंग

30 साल के होने के बाद, दोस्त अपने-अपने लाइफ में बिजी हो जाते हैं। इसलिए लोग शादी करते हैं। ऐसे में आपने भी शादी की प्लानिंग की हुई है तो बच्चों के बारे में सोच लें और उनकी एजुकेशन प्लानिंग कर लें। अगर शादी नहीं भी करना चाहते हैं तो एक बच्चा गोद लेने और उसकी प्लानिंग करना शुरू कर दें। इससे आपकी जिंदगी खुशनुमा बन जाएगी। ये छह प्लानिंग अगर आज आपने कर ली तो आपका भविष्य सबसे अधिक संतुष्ट और अच्छा होने वाला है।