ये 6 गलत आदतें कम कर रही हैं आपका जीवन, आज ही बदलें इन्हें
जाने-अंजाने हम कुछ ऐसी गलत आदतें बना लेते हैं, जो हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती हैं, मगर हमें इस बात का पता नहीं होता है। चिकित्सकों और वैज्ञानिक शोधों की मानें, तो इन गलत आदतों के कारण न सिर्फ आप कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं

जाने-अंजाने हम कुछ ऐसी गलत आदतें बना लेते हैं, जो हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती हैं, मगर हमें इस बात का पता नहीं होता है। चिकित्सकों और वैज्ञानिक शोधों की मानें, तो इन गलत आदतों के कारण न सिर्फ आप कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं, बल्कि आपका जीवन भी कम होता जाता है। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत लाइफस्टाइल के कारण बहुत सारे लोगों में ये गलत आदतें घर कर चुकी हैं। आइए आपको बताते हैं क्या हैं ये बुरी आदतें, ताकि समय रहते आप इन्हें सुधार सकें और खुद को स्वस्थ रख सकें।

जरूरत से ज्यादा खाने की आदत न सिर्फ मोटापे के लिए जिम्मेदार होती है, काफी हद तक यह मस्तिष्क को भी कमजोर बनाती है। जरूरत से ज्यादा खाने से दिमाग की धमनियां सख्त हो जाती हैं। इसके चलते कम उम्र में हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और हार्ट अटैक जैसे रोगों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। आजकल फास्टफूड्स और जंक फूड्स का स्वाद लोगों के मुंह ऐसा लगा है कि पेट भरा होने के बाद भी इन्हें खाने से वो खुद को रोक नहीं पाते हैं। जरूरत से ज्यादा खाना आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है।

आजकल मोबाइल, टीवी, लैपटॉप और काम के चलते ज्यादातर लोग न तो सही समय से सोते हैं और न ही पर्याप्त नींद ले पाते हैं। नींद लेने से दिमाग को आराम मिलता है। लेकिन पर्याप्त नींद नहीं ली जाए तो मस्तिष्क की कोशिकाओं के नष्ट होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इसी तरह मुंह ढक कर सोने से सांस लेते समय शरीर में आक्सीजन के बजाय कार्बन डाइ आक्साइड की मात्रा ज्यादा जाती है। इसका भी दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।

आफिस या स्कूल पहुंचने, जल्दी-जल्दी काम निपटाने के चक्कर में नाश्ता नहीं करने की आदत से दिमाग को गंभीर नुकसान पहुंचता है। जो लोग नाश्ता नहीं करते उनके खून में शर्करा का स्तर (ब्लड शुगर लेवल) सामान्य लोगों के मुकाबले कम होता है। ब्लड शुगर के स्तर में कमी से दिमाग को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता जिसकी वजह से दिमाग कमजोर होने लगता है।

बहुत सारे युवाओं में आजकल धूम्रपान की आदत पाई जाती है। तनाव की स्थिति में आपको धूम्रपान से कुछ देर के लिए आराम मिल सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि धूम्रपान करने के 10 मिनट बाद हमारा दिमाग डोपामाइन नामक रसायन बनाता है, जो एक न्यूरोट्रांस्मीटर की तरह काम करता है और इसी रासायन के कारण हम आनंदित होते हैं। लेकिन शायद आपको पता नहीं है कि सप्ताह में सिर्फ एक सिगरेट पीने से भी ये आपकी रक्त कोशिकाओं की आंतरिक दीवार को क्षति पहुंचा सकती है। इस क्षति के कारण हृदय से सम्बन्धी बीमारियां और रक्त के थक्के जमने जैसी समस्याएं भी आ सकती हैं। इसलिए धूम्रपान जैसी आदत से आज ही छुटकारा पाने की कोशिश शुरू कर दें।

हर रोज एल्कोहल का सेवन आपके लिए जहर के समान होता है। जो महिलाएं हर रोज एल्कोहल का सेवन करती हैं उनमें लिवर डैमेज और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। पुरुषों के लिए भी यह कम खतरनाक नहीं है। इससे हृदय रोग, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।

शरीर में शर्करा की ज्यादा मात्रा होने से प्रोटीन के अवशोषण की प्रक्रिया बाधित होती है। जो दिमाग की क्षमता को कम कर देती है।
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