ऑनलाइन शॉपिंग

पिछले दिनों राजू ने अपने लिए रेलैक्सो की एक चप्पल ऑनलाइन मंगाई। शिपिंग चार्ज के तौर पर उन्होंने 75 रुपए पहले चुका दिए थे। कुछ दिनों के बाद उन्हें चप्पल डिलीवर हुई। उन्होंने चप्पल की पूरी पेमेंट की। लेकिन जब उन्होंने पैकेट खोला तो चप्पल पुरानी थी। जब राजू ने कंपनी को फोन किया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। राजू जैसी समस्या आए दिन ऑनलाइन शॉपिंग में सुनने और पढ़ने को मिल जाती है। लेकिन फिर भी लोग इसे सरल और सुगम होने की वजह से यूज़ करते हैं। ऐसे में आपको केवल ये हिदायत दे सकते हैं कि ये 5 चीजें तो आप ऑनलाइन बिल्कुल भी ना मंगाए।
प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स

किसी भी तरह की दवाई जिसकी आपको जरूरत है उसे ऑनलाइन ना मंगाए। किराना दुकान से खरीदें और बकायदा उसका बिल लें। क्योंकि एक तो दवाई तीन से चार दिन के बाद आएगी और वो सही डेट की हो इसकी गारंटी नहीं है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान

इलेक्ट्रॉनिक सामान तो कभी भी ऑनलाइन नहीं मंगाए। क्योंकि मोबाइल या लैपटॉप की जगह ईंट मिलने की कई खबरें पहले ही आ चुकी हैं। इन खबरों में कई के परिणाम के बारे में तो पता भी नहीं चल पाया है। तो इलेक्ट्रॉनिक सामान ऑनलाइन ना ही खरीदें।
मेकअप किट

लिपिस्टिक या फेस पाउडर मंगाना एक बात है और पूरा का पूरा मेकअप किट मंगाना अलग बात है। मेकअप किट में एक भी चीज की एक्सपायरी डेट एक बार भी पार हुई तो आप उसे चेंज भी नहीं करवा पाएंगे और इस्तेमाल भी नहीं कर पाएंगे।
ज्वैलरी। ना बाबा ना।

ज्वैलरी कभी भी ऑनलाइन ना मंगाए। क्योंकि जब आप इसे दुकान से लेते हैं तो अच्छी तरह से चेक करके और माप के लेते हैं। जबकि ऑनलाइन ज्वैलरी में वजन का माप आप पता नहीं कर पाते और रसीद व कंपनी की भी आपके पास कोई गारंटी नहीं होती।
सपनों का घर

सपने कभी ऑनलाइन पूरे नहीं होते तो सपनों का घर ऑनलाइन कैसे खरीद सकते हैं। वो भी तब जब उसमें रजिस्ट्री से लेकर पूरे बिल्स का विवरण देना पड़ता है। इसके लिए तो दो-चार चक्कर लगाने भी कम पड़ जाते हैं।