तेजी से बढ़ रहा है ब्रेस्ट कैंसर

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज तो संभव है, लेकिन अगर इसका पता 3rd या 4th स्टेज में चले, तो ये खतरनाक रोग माना जाता है। ब्रेस्ट कैंसर के कारण हर साल लाखों लोगों की मृत्यु होती है। इसका खतरा 45-50 साल से ऊपर की महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। खास बात यह है कि ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी होता है। इसलिए इससे बचाव के लिए ऐसे फूड्स का सेवन सावधानी से करें, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। मॉडर्न लाइफस्टाइल के कारण ये फूड्स लोगों के जीवन का हिस्सा बन गए हैं और यही कारण है कि ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ता जा रहा है।
दूध और दूध से बने आहार

दूध स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है मगर आजकल बहुत सी जगहों पर शुद्ध दूध नहीं मिलता है। किसान दूध की उत्पादकता बढ़ाने के लिए जानवरों को केमिकल्स और हार्मोन्स के इंजेक्शन लगाते हैं, जिससे दूध असुरक्षित हो जाता है। ऑक्सीटोसिन और rGBH ऐसे केमिकल्स हैं, जिनका इंजेक्शन लगाने से जानवर सामान्य से ज्यादा दूध देते हैं और किसानों को ज्यादा फायदा होता है मगर ये केमिकल्स ब्रेस्ट कैंसर के खतरों को तेजी से बढ़ा रहे हैं। ये केमिकल्स जब आपके शरीर में जाते हैं, तो सेल और डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं।
हानिकारक फैट्स का सेवन

सभी तरह के फैट्स आपके लिए हानिकारक नहीं होते हैं लेकिन प्रॉसेस्ड फूड्स से प्राप्त होने वाले फैट से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। शोध के मुताबिक खाद्य पदार्थों में मौजूद ट्रांस फैट से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ये फैट बिस्किट, फ्राइड फूड्स, डोनट्स, पेस्ट्रीज, केक, कुकीज और फास्ट फूड्स में बहुत ज्यादा पाया जाता है।
रेड मीट का सेवन

मांस का सेवन ज्यादातर लोग स्वाद के लिए करते हैं, वहीं कुछ लोग इसलिए भी इसे खाते हैं क्योंकि इसमें ढेर सारे प्रोटीन्स और जरूरी पोषक तत्व होते हैं। मगर आपको बता दें कि आजकल रेड मीट्स से भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। प्रॉसेस्ड मीट में प्रिजर्वेटिव्स और नमक का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। इसके अलावा इसमें हानिकारक फैट की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
मीठी चीजों का सेवन

ज्यादा मीठा खाने से डायबिटीज और मोटापे का ही नहीं बल्कि ब्रेस्ट कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है। एक शोध के मुताबिक मीठे पदार्थों का सेवन करने वालों में ब्रेस्ट कैंसर की आशंका 27% तक बढ़ जाती है। दरअसल चीनी में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके सेवन से ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बहुत बढ़ जाती है, जिससे शरीर में इंसुलिन बढ़ने लगता है, जो कैंसर सेल्स को बढ़ावा देता है।
वेजिटेबल ऑयल

वेजिटेबल ऑयल यानी वनस्पति तेल के सेवन से भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा सनफ्लावर ऑयल, सोयाबीन ऑयल, कॉर्न और अन्य चीजें, जिनमें पॉलीसैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती है, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।