टॉन्सिलाइटिस के कारण होने वाली परेशानियां

बढ़े हुए टॉन्सिल के कारण आपको खाने-पीने में तकलीफ होने लगती है। जी हां जहां छोटे टॉन्सिल बहुत ज्‍यादा तकलीफ नहीं देते, वहीं दूसरी ओर बढ़े हुए टॉन्सिल के कारण से खाने-पीने की चीजें निगलने में भी परेशानी होने लगती है। अगर आपको किसी एलर्जी या वायरस की समस्‍या नहीं है तो आपको टॉन्सिल के कारण कुछ भी निगलने में तकलीफ होने लगती है। आइये आपको बताते हैं कि आपकी किन गलतियों के कारण बढ़ जाता है टॉन्सिलाइटिस का खतरा।
अगर आप खाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं

अगर आप खाना खाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं, तो आपको टॉन्सिलाइटिस रोग हो सकता है क्योंकि टॉन्सिल का इंफेक्शन हानिकारक बैक्टीरिया के कारण फैलता है। ऐसे में हाथों में लगे बैक्टीरिया खाने के साथ जब आपके गले से गुजरते हैं, तो टॉन्सिल के आसपास चिपक जाते हैं और इंफेक्शन का कारण बनते हैं। इसके अलावा खाने से पहले हाथ न धोने से पेट की कई समस्याएं होने का खतरा रहता है इसलिए खाना खाने से पहले हमेशा साबुन से हाथ धोएं।
जूठा खाने की आदत

कई लोग खाने-पीने में जूठे का फर्क नहीं देखते हैं। कई लोगों का मानना है कि साथ में खाना खाने और एक ही थाली या ग्लास में खाने-पीने से प्यार बढ़ता है लेकिन ऐसा कहते समय वे ये भूल जाते हैं कि, हर व्यक्ति के सलाइवा में अलग-अलग बैक्टीरिया मौजूद होते हैं और कई बार दूसरे के मुंह के बैक्टीरिया आपके मुंह में जाने से आपको इंफेक्शन हो सकता है। इससे टॉन्सिल की समस्या हो सकती है।
मिर्च-मसाले और गर्म चीजों का सेवन

बहुत ज्यादा मिर्च-मसाले वाली चीजों को खाने से भी टॉन्सिलाइटिस की समस्या हो जाती है। इसके अलावा अगर आप बहुत ज्यादा गर्म या ठंडी चीज खाते हैं, तो भी आपको टॉन्सिलाइटिस की समस्या हो सकती है। इसलिए खान-पान में सावधानी बरतें। खट्टी और ऑयली चीजों का सेवन बहुत ज्यादा न करें।
अगर आप कम पानी पीते हैं

अगर आप कम पानी पीते हैं तब भी आपको टॉन्सिलाइटिस होने का खतरा होता है। दरअसल खाना खाते समय खाने के छोटे-छोटे कण आपके पूरे मुंह में चिपके रह जाते हैं। अगर आप खाना खाने के बाद पानी से कुल्ला करते हैं, तब मुंह के कण तो निकल जाते हैं लेकिन गले और आहार नली में कण चिपके रह जाते हैं। इसलिए खाना खाने के 15 मिनट बाद पानी जरूर पिएं और रोजाना कम से कम 4-5 लीटर पानी पिएं।
टूथब्रश जल्दी न बदलना

कई लोग अपना टूथब्रश जल्दी नहीं बदलते हैं और खराब होने के बाद भी एक ही टूथब्रश का इस्तेमाल करते रहते हैं। इससे भी गले में टॉन्सिल की समस्या हो जाती है। दरअसल आप ब्रश करने के बाद रोज टूथब्रश धोते हैं मगर उनपर माइक्रोव्स चिपके रह जाते हैं। समय के साथ ये माइक्रोव्स आपको बीमार बनाने लगते हैं इसलिए हर 3 महीने में अपना टूथब्रश जरूर बदलें।